जम्मू, वाईबीएन नेटवर्क।
नेशनल कॉन्फ्रेस ने वक्फ संसोधन को जम्मू- कश्मीर में मुसलमानों की धार्मिक स्वायत्ता और संपत्ति के अधिकारों पर हमला बताते हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश कर चर्चा की मांग की। नेशनल कॉन्फ्रेंस का कहना था कि केंद्र सरकार ने वक्फ एक्ट में संसोधन कर जम्मू कश्मीर राज्य के विशेष दर्जे पर एक और वार करने का प्रयास किया है। स्थगन प्रस्ताव पर भाजपा विधायक बुरी तरह से भड़क गए और हंगामा करने लगे। हालांकि स्पीकर ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर होने का हवाला देते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा विधायक विधानसभा में काफी देर तक नारेबाजी करते रहे।
स्थगन प्रस्ताव पर क्या बोले स्पीकर
स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार करने के अपने फैसले के समर्थन में स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने कहा कि मैंने नियम देखे हैं और नियम 58 के मुताबिक जो मामला न्यायालय में विचाराधीन है, उसे स्थगन के लिए नहीं लाया जा सकता। स्पीकर ने कहा यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है और मुझे इसकी एक प्रति भी मिली है, इसलिए स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने यह आरोप भी लगाया
विधानसभा में हंगामें के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने मामले में स्थानीय नेताओं संबंधित समुदाय से कोई सलाह मशविरा नहीं किया। हालांकि वक्फ संसोधन बिल संयुक्त संसदीय समिति को जाने के बाद सैकड़ों संगठनों से मशविरा करने और सुझाव प्राप्त करने का दावा सरकार की ओर से किया गया है।
बता दें वक्फ एक्ट के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से देश भर में प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया है। उधर, मणिपुर में वक्फ विरोध उभर रहा है। रविवार देर रात वक्फ एक्ट का समर्थन करने वाले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता असगर अली का भीड़ ने घर फूंक दिया था।
भाजपा विधायक बोले- वक्फ संपत्तियों की हिफाजत होगी
इस मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों को जमकर घेरने का प्रयास किया। भाजपा विधायकों का कहना था कि मामले में उनका विरोध बेबुनियाद है। वक्फ संसोधन एक्ट वक्फ संपत्तियों के बेहतर रखरखाव, पारदर्शिता और समुदाय के जरूरतमंद लोगों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए पास किया गया है। बता दें कि पिछले सप्ताह संसद के दोनों सदनों में विधेयक पर हुई चर्चा के दौरान खूब गहमा गहमी देखने का मिली थी, हालांकि विधेयक दोनों सदनों में बहुत से पास हो गया था। इसके बाद विधेयक को
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति भी प्राप्त हो गई।
इन लोगों ने दायर की है याचिका
वक्फ संसोधन एक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। मामले में कांग्रेस सांसद जावेद, एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी और आम विधायक अमानतुल्लाह की ओर से याचिका दायर कर संसोधन प्रक्रिया को चेलेंज किया है। मामले में
सुप्रीम कोर्ट में जल्द सुनवाई की खबरें मिल रही हैं।