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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस- वे पर उडान भरने के लिए तैयार हो जाइए। दिल्ली से देहरादून को सीधे जोडने वाला यह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है। अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण कर सकते हैं। इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद गर्मी की छुट्टियों में मसूरी और आसपास के दूसरे डेस्टीनेशन की सैर के साथ लोग फर्राटेदार सफर का भी मजा ले सकेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के मुताबिक 5 जनवरी को अन्य परियोजनाओं के साथ ही प्रधानमंत्री को दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे का भी लोकार्पण करना था, सारी तैयारियां हो गई थीं, डयूटी भी लगाई जा चुकी थीं, लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते एक्सप्रेस- वे का लोकार्पण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया, उसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई। चुनाव के बाद जल्द ही लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तारीख मिलेगी।
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जानिए कहां से मिलेगी कनेक्टिविटी
दिल्ली में अक्षरधाम से शुरू होने वाले दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे के दिल्ली एनसीआर में दो खंड कुल 32 किमी के हैं। 17 किमी का एक पहला हिस्सा दिल्ली में है, इसमें से साढ़े छह किमी का हिस्सा पूरी तरह एलीवेटेड है। दूसरी एनसीआर वाला खंड उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और बागपत जनपद से गुजरता है, इसकी लंबाई 15 किमी है। एक्सप्रेस-वे दिल्ली में अक्षरधाम, लक्ष्मीनगर, गीता कालोनी, शास्त्री पार्क, खजूरी खास और बिहारीपुर होते हुए गाजियाबाद के लोनी एरिया में प्रवेश करेगा। गाजियाबाद के लोनी में पावी पुश्ता और मंडोला होते हुए एक्सप्रेस-वे बागपत जनपद में प्रवेश कर जाएगा। अक्षरधाम के बाद गाजियाबाद में अंकुर विहार और बागपत से एक्सप्रेस-वे में प्रवेश किया जा सकेगा।
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दिल्ली से बागपत जाना होगा आसान
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज सिंह ने बताया कि एक्सप्रेस-वे का प्रयोग करते हुए दिल्ली से बागपत की दूरी घंटों के बजाय मिनटों में तय की जा सकेगी। एक्सप्रेसवे के इन दोनों खंडों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद सेफ्टी टैस्टिंग भी पूरी कर ली गई है। एक्सप्रेसवे के बागपत से कनेक्ट होने के बाद दिल्ली पर बढते आबादी के लोड पर भी विराम लग सकेगा। बागपत एरिया के तमाम लोग वहीं रहते हुए दिल्ली में काम कर सकेंगे, क्योंकि आने जाने का समय सीमित हो जाएगा। यही काम मेरठ के लोगों के दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे कर रहा है।
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ये तीनों एक्सप्रेस-वे आपस में जुड़े होंगे
दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे के साथ पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे के इंटरलिंक होने से तीनों एक दूसरे से कनेक्ट हो जाएंगे। इससे वेस्ट यूपी और हरियाणा वालों को देहरादून एक्सप्रेस-वे पर पहुंचना आसान हो जाएगा। बता दें कि दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे दुहाई में पहले ही पेरिफेरल एक्सप्रेस- वे से जोड़ा जा चुका है। बागपत में दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होगा। ऐसे में वाहन बड़ी आसानी से एक से दूसरे एक्सप्रेस-वे पर जा सकेंगे। दिल्ली से बागपत तक तैयार किए गए दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे का एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष यादव निरीक्षण भी कर चुके हैं।
पूरे प्रोजेक्ट के बारे में जानिए
सहारनपुर के रास्ते दिल्ली और देहरादून को जोड़ने वाला छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे 210 किमी लंबा होगा। यह दिल्ली में अक्षरधाम से शुरू होकर देहरादून में आशाखोडी तक जाएगा। यह सफर केवल ढाई घंटे में पूरा होने वाला है। अभी तक दिल्ली से देहरादून तक का सफर पूरा करने में पांच घंटे से अधिक समय लगता है। एक्सप्रेस-वे को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि भविष्य में दो लेन और बढ़ाते हुए इसे आठ लेन वाला बनाया जा सके। एक्सप्रेस-वे के साथ टीओडी (ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट) विकसित होगा।
मसूरी वालों की होगी बल्ले- बल्ले
दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस-वे के खुलने से देहरादून और मसूरी समेत आसपास के डेस्टीटेशंंस पर टूरिज्म को बढावा मिलना तय है। इससे पहाडी क्षेत्रों में टूरिज्म फले फूलेगा और लोगों को काम मिलेगा। कुल मिलाकर एक्सप्रेस-वे से पूरे देहरादून रीजन में होटल और टूरिज्म क्षेत्र को पंख लगने वाले हैं।
इतना देना होगा टोल टैक्स
इस एक्सप्रेस-वे का प्रयोग करने के लिए करीब दो रुपये प्रति किमी के हिसाब से टोल टैक्स देना होगा, जो बहुत ज्यादा नहीं है। रनिग टाइम पांच घंटे से घटकर केवल ढाई होने से इससे कहीं ज्यादा बचत तो ईधन में ही होने वाली है। समय की बचत होगी, वो अलग।