नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
मंगलवार सुबह कड़कड़ाती ठंड के बीच नींद में सोए लोगों की आंखें धरती के हिलने से खुलीं। भारत सहित नेपाल, तिब्बत और चीन में भूकंप के झटके महसूस किए गए। करीब पांच सेकंड तक धरती हिलती रही। लोग डरकर अपने घरों से बाहर की ओर भागे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा के पास शिजांग में था। नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 और तिब्बत में 6.8 थी।
भारत में भूकंप के झटके बिहार से लेकर दिल्ली तक महसूस किए गए। बिहार के कई जिलों मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया, सीवान, अररिया और मुजफ्फरपुर में सुबह करीब 6.40 बजे झटके महसूस किए गए। बिहार के अलावा सिक्किम, असम, यूपी, दिल्ली और नॉर्थ बंगाल में भी इसका असर रहा।
तिब्बत और नेपाल में बड़े पैमाने पर तबाही
तिब्बत में भूकंप से बड़े पैमाने पर नुकसान की खबर है। अब तक 32 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक मौत का आंकड़ा इससे भी काफी ज्यादा हो सकता है। राहत और बचाव का काम तेजी से चलाया जा रहा है। मलबे के बीच लोग घरों में ही फंस गए हैं। चीन की सीसीटीवी न्यूज वेबसाइट का कहना है कि स्टेट काउंसिल ने तिब्बत क्षेत्र में एक राष्ट्रीय टास्क फोर्स भेजी है और लेवल-3 इमरजेंसी घोषित कर दी है। नेपाल से भूकंप के बाद जिस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो डराने वाली हैं। यहां बड़ी-बड़ी इमारतें मलबे में तब्दील नजर आ रही हैं। बाकी जगहों पर जान-माल के नुकसान की कोई सूचना अब तक नहीं है। भूकंप के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें लोगों को घरों से निकलते और भागते हुए देखा जा सकता है।
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