शिमला, वाईबीएन नेटवर्क।
76वें गणतंत्र दिवस आर्म्ड फोर्सेज काे पहाड़ की बेटी लीड करेगी। जी, आपने सही सुना। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सुंदर नगर की रहने वाली मेजर राधिका सेन देश की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति को सलामी देती नजर आएंगी। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में मेजर राधिका नंदी घोष पर सवार होंगी। आईआईटी से पासआउट मेजर राधिका पिछले साल संयुक्त राष्ट्र का सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार भी हासिल कर चुकी हैं। राधिका इस जिम्मेदारी से खासी उत्साहित हैं। उन्होंने देश की बेटियों से सेना में शामिल होकर देश सेवा की अपील भी की है।
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वैज्ञानिक बनना चाहती थीं राधिका सेन
मेजर राधिका कहती हैं देश के युवा रील बनाने में व्यस्त हैं जबकि उन्हें इंडियन आर्मी ज्वाइन कर देश सेवा करनी चाहिए। वह बताती हैं कि पहले उनका मन वैज्ञानिक बनने का था लेकिन बाद में इरादा बदला और 2016 में कमीशन पास सेना में अपनी सेवाएं शुरू कर दीं। करीब आठ साल के करियर से वह खूब संतुष्ट और उत्साहित है। उनके फैसले पर पूरे परिवार को गर्व है। राधिका के परिवार में आठ बेटियां हैं और सभी एक से एक हुनरबंद। पूरे परिवार को इस बात पर फक्र है कि उनकी बेटी गणतंत्र दिवस परेड में आर्म्ड फोर्सज को लीड करेगी देश की सर्वोच्च कमांडर को सैल्यूट करेगी।
जानिए यूएन के सर्वोच्च सैन्य के बारे में
पिछले साल मेजर राधिका सेन ने यूएन यानी संयुक्त राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ सैन्य सम्मान हासिल किया था। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र स्थिरीकरण मिशन पर काम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस पर मेजर राधिका को यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड से नवाजा गया था। 2023 के लिए यह सम्मान मेजर राधिका सेन को 30 मई को मिला था। 1993 में जन्मीं राधिका इस सम्मान को पाने वाली दूसरी भारतीय महिला अधिकारी हैं। मेजर सुमन गवानी को वर्ष 2019 में दक्षिण सूडान गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र में तैनात के दौरान दिखाए गए शौर्य के लिए दिया गया था।
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शुरूआती शिक्षा सुंदरनगर में हुई
मेजर राधिका का परिवार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सुंदरनगर में रहता है। उनके पिता ओंकार सेन शिक्षण के पेशे में थे। वह चौहारवैली के कथोग स्कूल में प्रधानाचार्य पद से रिटायर हैं। ओमकार सेन के परिवार में राधिका सेन समेत आठ बेटियां हैं और सभी होनहार हैं। राधिका की शुरूआती शिक्षा सुंदरनगर के सेंट मैरी स्कूल में ही हुई। दसवीं के बाद आगे की पढाई के लिए वह चंडीगढ़ चली गईं और माउंट कार्मल स्कूल 12वीं तक की पढाई पूरी की। उसके बाद बीटेक के लिए आईआईटी चली गईं। बीटेक के बाद राधिका ने 2016 में कमीशन पास किया और चेन्नई ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट होने के बाद श्रीनगर में पहली पोस्टिंग पाई। राधिका लेह के अलावा पश्चिमी बंगाल और सिक्किम में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
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इस खास वाहन पर सवार होंगी राधिका
मेजर राधिका सेन गणतंत्र दिवस परेड में नंदी घोष वाहन पर सवार होंगी। दरअसल भगवान जगन्नाथ के रथ का नाम नंदी घोष था। भारतीय सेना भी नंदी घोष नाम का एक वाहन चलाती है। भारती सेना का यह क्विक रिएक्शन वाहन है और भारतीय सेना की ताकत और समर्पण का प्रतीक है। इस माइन प्रोटेक्टेड आर्म्ड पर्सनल वाहन में एक बार में आठ सैनिक बैठ सकते हैं। यह पूरी तरह स्वदेशी है।