गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
हम नहीं सुधरेंगे जी हां यह शब्द अगर अतिक्रमण करने वालों के लिए इस्तेमाल किया जाए तो इसमें को शक नहीं होगा।
गाजियाबाद के पुराने वह जिला चिकित्सालय MMG के मुख्य द्वार के सामने अतिक्रमणकारियों इस कदर हावी है कि अभी शिवरात्रि का मेला खत्म हुए 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए हैं उन्होंने दोबारा से जगह पर कब्जा करना शुरू कर दिया है।
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शिवरात्रि के समय हटाया गया था
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बता दे हम पहले भी अतिक्रमण के खिलाफ खबरें प्रमुखता से प्रकाशित कर चुके हैं जिस पर शायद पुलिस, निगम प्रशासन ने संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझा, महाशिवरात्रि के लिए मंदिर के आसपास से अतिक्रमण पूरी तरह से हटा दिया गया था लेकिन जैसे ही शिवरात्रि का जल समाप्त हुआ वैसे ही अतिक्रमण करने वाले दोबारा आ धमके।
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किसकी शह पर हो रहा है अतिक्रमण ?
लगता है अतिक्रमण करने वाले माफियाओं को पुलिस का डर नहीं है या फिर पुलिस, निगम या GDA की मिलीगत भगत से इन लोगों को अतिक्रमण करने का परमिट मिला हुआ है।
दुबारा हुआ अतिक्रमण
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अपराध
आखिरकार अस्पताल के सामने का रास्ता क्यों रोका जा रहा है जैसा की माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आदेश है कि एंबुलेंस जाने का रास्ता बाधित करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में माना जाता है फिर भी एंबुलेंस को अस्पताल के सामने से न होकर आगे से घूम कर अस्पताल में दाखिल होना पड़ता है।
जिससे बाहर खड़े होने वाली ई-रिक्षाएं और वहां से गुजरने वाले वाहनों से होने वाले जाम का सामना करना पड़ता है आखिरकार जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी इस पर कब लेंगे संज्ञान।
पुलिस चौकी है महज़ 10 मीटर की दूरी पर
बता दे जिला चिकित्सालय के 10 मीटर के दायरे में आती है दूधेश्वर नाथ मंदिर पुलिस चौकी फिर भी अतिक्रमणकारियों इस कदर अपनी मनमानी पर उतारू है कि उनके अंदर शायद अब पुलिस का डर भी नहीं बचा है कहीं छोले भटूरे तो कहीं नान की ठेलिया लगी हुई जो जिला चिकित्सालय के मुख्य द्वार के सामने का रास्ता बाधित करी हुई है।
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कब होगी कार्रवाई ?
अब देखना है पुलिस प्रशासन, नगर निगम या जिला प्रशासन या GDA के अधिकारी अपना पीला पंजा इन अतिक्रमणकारियों पर कब चलाएंगे ?
निगम ने किया इनकार
जब इस बाबत नगर निगम महापौर सुनीता दयाल से बात करी गई तो उनके सचिव मनीष शर्मा ने यह साफ किया कि निगम द्वारा इस तरह के कोई भी ठेके किसी भी ठेली पटरी वाले को आवंटित नहीं किए गए हैं। यह सिर्फ अतिक्रमणकारी है निगम इन पर पहले भी कारवाही कर चुका है, समय समय पर निगम शहर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाता रहता है।