नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
हम जो भी खाते पीते हैं, उसका सीधा असर हमारे शरीर पर होता है। हाल ही में किए गए अध्ययन में ऐसा दावा किया गया है कि मेडीटेरियन डाइट लेने से आंतों के गट बैक्टीरिया में बदलाव देखने को मिलता है और इससे इंसान की दिमागी क्षमताएं तेजी से बढ़ती हैं। बता दें कि गट बैक्टीरिया आंतों में पाया जाता है और इसका सीधा सम्बंध दिमाग से होता है। गट बैक्टीरिया इंसान के दिमाग का आकार निर्धारित करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
ट्यूलेन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडीसिन में किए गए अध्ययन में यह पाया गया कि मेडीटेरियन डाइट लेने से गट बैक्टीरिया बिल्कुल अलग तरीके से काम करता है। खासकर उनकी तुलना में जो वेस्टर्न डाइट लेते हैं। वैज्ञानिकों ने चूहों पर परीक्षण किया। उनको ऑलिव ऑइल, फाइबर और मछली से भरपूर मेडीटेरियन आहार दिया गया और उनका हफ्तों तक उनकी निगरानी की गई। अध्ययन में सामने आया कि जिन चूहों ने मेडीटेरियन डाइट ली, उनमें चार प्रकार के गट बैक्टीरियाओं की वृद्धि हुई और जिन चूहों ने पश्चिमी आहार लिया उनमें पांच प्रकार के गट बैक्टीरिया में कमी आई। इन गट बैक्टीरियाओं का यादाश्त और सीखने से सीधा सम्बंध है।
क्या है मेडीटेरियन डाइट
ओलिव ऑइल इस डाइट का प्राथमिक स्त्रोत है।इसके अलावा प्रचुर मात्रा में सब्जियां, अनाज और फल खाने चाहिए। मछली और लीन प्रोटीन, सीमित मात्रा में रेड मीट जो कि फैट से भरपूर होता है, भी इसका अच्छा स्त्रोत है। हम उच्च मात्रा में फाइबर ले सकते हैं जो हमें प्लांट से मिलते हैं।
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