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सर्दियों में क्यों जरूरी है पोषण के गुणों से भरपूर इन हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन?

सर्दियों में पालक, बथुआ और मेथी का सेवन शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह मौसम अपने साथ हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का खजाना लेकर आता है। ये सब्ज़ियां पोषण के गुणों से भरपूर होती हैं और हमारी पारंपरिक भोजन की थाली को विशेष महत्व प्रदान करती हैं।

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YBN News
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greenleafy Photograph: (ians)

नई दिल्ली। सर्दियों में पालक, बथुआ और मेथी का सेवन शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह मौसम अपने साथ हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का खजाना लेकर आता है। पालक, बथुआ, मेथी जैसी ये सब्ज़ियां पोषण के गुणों से भरपूर होती हैं और हमारी पारंपरिक भोजन की थाली को विशेष महत्व प्रदान करती हैं। 

सब्ज़ियां पोषण के गुणों से भरपूर 

जानकारी हो कि वैज्ञानिकों के अनुसार, इन हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन, कैल्शियम, विटामिन A, C और K प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और खून की कमी दूर करने में मदद करते हैं। इनमें पाया जाने वाला फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और वजन नियंत्रण में सहायक है। आयुर्वेद में इन्हें शरीर की गर्मी संतुलित रखने और जोड़ों के दर्द से राहत देने वाला माना गया है। नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है और सर्दी-जुकाम की संभावना कम होती है।

हरी सब्जियों के सेवन

हमारे बुजुर्ग सदियों से सर्दियों में इन हरी सब्जियों के सेवन पर ज़ोर देते आए हैं और इनके अनगिनत फायदों के बारे में बताते रहे हैं। आज हम आपको वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक दोनों दृष्टिकोण से हरी सब्जियों के महत्व के बारे में बताएंगे, जिससे सर्दियों में हरी सब्जियों के सेवन के बिना आप रह नहीं पाएंगे।

सर्दियों की शुरुआत

सर्दियों की शुरुआत से ही मेथी बाजार में आने लगती है। भले ही इसे काटने-छांटने में ज्यादा समय लगता है, लेकिन ये गुणों का खजाना होती है। मेथी की तासीर गर्म होती है और वात और कफ को संतुलित रखती है। ये भूख बढ़ाती है और पाचन शक्ति को दुरुस्त करती है। वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसमें फाइबर होता है, जो पाचन में आसान होता है। इसके साथ ही मेथी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।

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पालक

पालक पित्त दोष को घटाने में मदद करता है और हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है। जबकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पालक में आयरन और मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों की अकड़न को कम करता है और शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाता है। सरसों सर्दियों में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है क्योंकि इसके बिना साग की सब्जी अधूरी है। सरसों की तासीर ठंडी और ऊर्जा देने वाली होती है, जो अपने गुणों की वजह से कफ को कम करने में मदद करती है। इसमें विटामिन ए, के और ई होता है, जो शरीर को मजबूत बनाते हुए चेहरे पर निखार लाने में भी सहायक है।

बथुए

बथुए में वात और कफ को नियंत्रित करने के गुण होते हैं, जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। इसके साथ ही बथुए के सेवन से पेट संबंधी परेशानी, जैसे गैस बनना, पेट फूलना और खट्टी डकारें आना, कम होती हैं। सर्दियों में इसके सेवन से पेट साफ रहता है और चेहरा चांद की तरह चमकता है।

चौलाई

सर्दियों में चौलाई की सब्जी और इसके लड्डू दोनों ही गुणकारी होते हैं। चौलाई की तासीर गर्म होती है, जो वात को शांत करती है और रक्त को शुद्ध करने का काम करती है। इसमें प्लांट प्रोटीन सबसे ज्यादा होता है और कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में होता है। अब इतने सारे गुण जानने के बाद सर्दियों में इन हरी सब्जियों का सेवन करना बिल्कुल न भूलें।

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(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"

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