टैरिफ वार को लेकर चीन और अमेरिका के बीच टकरार बढ़ रही है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद से ही वैश्विक व्यापार को लेकर कई बड़े निर्णय ले डाले हैं। मंगलवार को चीन ने भी अपने टैरिफ बढ़ा दिए और इसके साथ ही शी जिनपिंग ने डोनाल्ड ट्रंप को जंग की सीधी धमकी भी दे डाली। चीन ने अपना स्टैंड साफ करते हुए कहा है कि टैरिफ वॉर हो या युद्ध हम लड़ने को तैयार हैं और अंत तक लड़ेंगे। आने वाले दिनों में इसका व्यापक असर देखने का मिल सकता है।
चीन ने अमेरिका पर लगाया यह आरोप
चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि यदि वह किसी भी प्रकार का युद्ध (चाहे टैरिफ हो या व्यापार) चाहता है, तो चीन अंत तक लड़ने के लिए तैयार है। शी जिनपिंग ने आरोप लगाया है कि अमेरिका दबाव और ब्लैकमेलिंग की रणनीति अपना रहा है, न तो यह नीति चलेगी और न हीइससे समस्या हल होने वाली। इससे पहले चीन ने अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर 15 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का ऐलान करते हुए अपना आक्रामक रुख जाहिर कर दिया था। टैरिफ वॉर में चीन और अमेरिका के आमने- सामने आने के बाद वैश्विक बाजार पर बड़े प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
पहले अमेरिका ने बढ़ाया था टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आने के साथ ही तमाम देशों पर टैरिफ बढ़ा दिया था। चीन, कनाडा और मैक्सिको पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया। जवाब में चीन ने भी टैरिफ बढ़ा दिया। इससे ट्रेड वॉर (व्यापार युद्ध) की स्थिति बन रही है। अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर 20% तक का शुल्क बढ़ाया, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाले कृषि उत्पादों (जैसे चिकन, सोया, बीफ, गेहूं) पर 10-15% तक का टैरिफ लगा दिया है। आने वाले दिनों में वैश्विक बाजार पर इन सब बातों के गंभीर प्रभाव सामने आ सकते हैं।
चीन बोला- रेसिप्रोकल टैरिफ क्या होता है, बताएंगे
चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ वाले बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।चीन ने कहा है हम अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ का जवाब देने को तैयार हैं। चीन ने यह भी कहा है कि अपने हितों की सुरक्षा के लिए हमारी जवाबी कार्रवाई पूरी तरह सही और न्याय संगत है। शी जिनपिंग ने कहा है कि चीनी आयात अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने के लिए अमेरिका घटिया बहाने का सहारा ले रहा है।
ब्लैकमेल और धमकी में आना वाला नहीं चीन
चीन का कहना है कि टैरिफ पर बढ़ाकर अमेरिका दवाब बनाने और ब्लैकमेल की कोशिश कर रहा है। बल्कि हमारे मदद का यह सिला अमेरिका ने हमें दिया है। हम अमेरिका का मुकाबला करने को तैयार हैं और अंत समय तक लड़ेंगे। चीन धमकियों से नहीं डरता। चीन की सरकार ने कहा है कि दवाब और धमकी का हम पर कोई असर नहीं होता। अमेरिका को सोचना चाहिए कि वह किसी धमकी दे रहा है। हम धमकी की चुनौती स्वीकार करने को तैयार हैं। चीन अमेरिका के साथ बराबरी का रिश्ता रखना चाहता है, केवल इसी आधार पर कोई बात सकती है।