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देश के छोटे शहरों में भी तेजी से पैदा हो रहे हैं रोजगार के बेहतर मौके

भारत के टियर‑2/3 शहर—विशाखापत्तनम, रांची, विजयवाड़ा, नासिक, रायपुर आदि—“Cities on the Rise” रिपोर्ट में सबसे तेज़ी से उभरते करियर हब के रूप में सामने आए हैं, जहाँ रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं ।

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नई दिल्ली, आईएएनएस। भारत के छोटे शहरों और कस्बों में युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं।  खासतौर पर स्वास्थ्य सेवा और दवा क्षेत्र में रोजगार पाने के अवसर बढ़ रहे हैं। प्रोफेशनल नेटवर्क प्लेटफॉर्म लिंक्डइन की "सिटीज ऑन द राइज" रिपोर्ट की मानें तो टियर-2 और टियर-3 विकास क्षेत्रों जैसे राजकोट, आगरा, मदुरै, वडोदरा और जोधपुर जैसे शहरों में रोजगार के साथ-साथ आर्थिक मौके बढ़ रहे हैं। माना जा रहा है कि इससे बड़े शहरों में रोजगार के लिए बढ़ती भीड़ का दबाव कम होगा।

गैर-मेट्रो शहरों में रोजगार के अवसरों में तेजी

भारत के गैर-मेट्रो शहरों में रोजगार बाजार की गति और आर्थिक अवसर बढ़ रहे हैं। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई। में विशाखापत्तनम, रांची, विजयवाड़ा, नासिक और रायपुर को सबसे तेजी से बढ़ते गैर-मेट्रो केंद्रों के रूप में मार्क किया गया है, जहां पेशेवर अवसरों में तेजी आ रही है। रिपोर्ट उन उभरते टियर-2 और टियर-3 विकास क्षेत्रों जैसे राजकोट, आगरा, मदुरै, वडोदरा और जोधपुर पर भी प्रकाश डालती है, जो ऐसे पेशेवरों के लिए हैं जो स्थानांतरित होना चाहते हैं, नए उद्योगों में प्रवेश करना चाहते हैं या स्थानीय स्तर पर अपना करियर बनाना चाहते हैं।

छोटे शहर, बड़े सपने

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 इन उभरते शहरों की सफलता का श्रेय केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा स्थानीय विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों को दिया गया है। लिंक्डइन इंडिया की संपादकीय प्रमुख और करियर विशेषज्ञ निराजिता बनर्जी ने कहा, "टियर-2 और टियर-3 शहर भारत के आर्थिक परिवर्तन के केंद्र में हैं। जीसीसी निवेशों का प्रवाह, स्थानीय एमएसएमई में उछाल और सरकार का विकसित भारत का दृष्टिकोण सामूहिक रूप से छोटे शहरों को सीरियस करियर हब में बदल रहे हैं।" बनर्जी ने आगे कहा, "इसका मतलब है कि कई भारतीयों के लिए, सार्थक करियर प्रगति के लिए अब बड़े शहर जाना जरूरी नहीं है। क्योंकि ये 10 उभरते शहर उद्योगों, कार्यों और भूमिकाओं में वास्तविक अवसर प्रदान करते हैं।"

छोटे शहरों में टेक कंपनियों का विस्तार

इसकेअलावा, रिपोर्ट में टियर-2 और टियर-3 भारतीय शहरों में कदम रखने और प्रतिभाओं को आकर्षित करने में टेक्नोलॉजी, फार्मा और फाइनेंस कंपनियों की भूमिका पर जोर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि डेटा और एआई के बढ़ते ट्रेंड के बीच, टेक कंपनियां टियर-2 और टियर-3 शहरों में अपना कारोबार स्थापित कर रही हैं, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं की गतिविधि को बढ़ावा मिल रहा है।

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नए शहरों में रोजगार के मौके

यहां तक कि स्वास्थ्य सेवा और दवा कंपनियां भी विशाखापत्तनम और वडोदरा में अवसर पैदा कर रही हैं; जबकि कई प्रमुख बैंक रायपुर, आगरा और जोधपुर में वित्तीय सेवाओं के विकास को गति दे रहे हैं। नासिक, रायपुर, राजकोट, आगरा, वडोदरा और जोधपुर सहित दस उभरते शहरों में से छह में बिजनेस डेवलपमेंट रोल्स को सबसे ज्यादा नियुक्तियों का प्रमुख स्रोत माना गया है। विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और मदुरै के पेशेवरों के लिए, इंजीनियरिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर उभर रहे हैं। बिक्री, संचालन और शिक्षा दूसरे प्रमुख क्षेत्र हैं, जहां टियर-2 और टियर-3 शहरों के पेशेवर नौकरी की तलाश कर सकते हैं। 

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