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दीपावली पर 1400 मरीज पहुंचे अस्पताल : आतिशबाजी में 128 झुलसे, सिविल में दर्द से तड़पता रहा बच्चा, डॉक्टर नदारद

दीपावली पर इस साल भी शहर में जमकर पटाखे जलाए गए। इस बीच आतिशबाजी में बड़ी संख्या में लोग झुलए गए और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। केजीएमयू समेत लखनऊ के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में लगभग 1400 लोग इलाज के लिए पहुंचे।

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Deepak Yadav
burns patients to crackers

पटाखों से झुलसे बच्चों को आज सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे परिजन Photograph: (YBN)

दीपक यादव

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। दीपावली पर इस साल भी शहर में जमकर पटाखे जलाए गए। इस बीच आतिशबाजी के दौरान बड़ी संख्या में लोग झुलए गए और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। केजीएमयू समेत लखनऊ के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में लगभग 1400 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इनमें दिवाली से लेकर मंगलवार दोपहर 12 बजे तक पटाखे जलाते समय झुलसे 128 लोग शामिल थे। जिसमें एक्सीडेंटल केस भी हैं। 

आतिशबाजी में झुलसे छह लोग पहुंचे ट्रॉमा सेंटर

दिवाली पर सार्वजनिक अवकाश के कारण किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में ओपीडी सेवा बंद रही। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ केके सिंह ने बताया कि कि दिवाली के​ दिन 450 से अधिक ट्रामा सेंटर में मरीज पहुंचे। इनमें पटाखों से छह लोग मामूली रूप से झुलसे थे। वहीं, एक्सीडेंटल और अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज भी शामिल रहे।

85 बर्न पेशेंट पहुंचे सिविल अस्पताल

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में आतिशबाजी से झुलसे 85 लोग पहुंचे। पटाखे जलाते समय गंभीर रूप से झुलसी 10 साल की बच्ची को अस्तपाल लाया गया। उसे तत्काल बर्न वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू हुआ। सीएमएस डॉ. एसके पांडेय ने बताया कि बच्ची गंभीर रूप से जल गई थी। चेहरा पर जलने के कारण उसे तत्काल भर्ती कर इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि 24 घंटे में 268 मरीज अस्पताल पहुंचे। इनमें 85 बर्न पेशेंट रहे। जबकि 35 एक्सीडेंटल शामिल रहे। इसके अलावा ज्यादातर छुटपुट रूप से जले मरीज थे।

दर्द से तड़पता रहा बच्चा, डॉक्टर नदारद

आलमबाग की रहने वाली सीता गुप्ता का 10 वर्षीय पुत्र आर्यन मंगलवार सुबह पटाखा जला रहा था। तभी पटाखा उसके हाथ में ही फट गया। सीता अपने बेटे को आनन-फानन सिविल अस्पताल लेकर आई। यहां इमरजेंसी में प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टर को दिखाने पहुंची। लेकिन डॉक्टर अपने कमरे से नदारद थे। इस पर वह फिर इमरजेंसी चले गए।  

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337 मरीज बलरामपुर अस्पताल पहुंचे, 67 भर्ती

बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि 24 घंटे में 337 मरीज अस्पताल पहुंचे। इनमें 67 गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया। 49 एक्सीडेंल और पटाखों से झुलसे सात मरीज अस्पताल आए। इनमें छह लोगों की आंखों में मामूली चोट आई थी। उन्होंने बातया कि दिवाली को लेकर पहले से बर्न डिपार्टमेंट समेत प्लास्टिक सर्जरी विभाग और नेत्र रोग विभाग के डॉक्टरों की भी तैनाती की गई थी। 

लोकबंधु में 32 बर्न पेशेंट पहुंचे

लोकबंधु अस्पताल के मेडिकल अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 24 घंटे में 329 मरीज पहुंचे हैं। इनमें 224 मरीज महज 12 घंटे में पहुंचे हैं। पटाखों से जलकर 32 लोग अस्पताल पहुंचे। इनमें 8 मरीज आंखों में जलने के कारण अस्पताल पहुंचे। इनमें से कोई गंभीर रुप से नहीं झुलसा था। अस्पताल में तैनात रहे डॉक्टर्स ने मौके पर ही उपचार करके सभी को घर जाने दिया।

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