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UP की कानून व्यवस्था के बखान के बीच दलित महिला के मुंह में... AAP ने किया Amit Shah के बयान का विरोध

मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की हकीकत यह है कि अगर आप भाजपाई हैं, बड़े-बड़े ब्यूरोक्रेट के बेटे हैं तो आपके पास अपराध करने का पूरा लाइसेंस है।

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Deepak Yadav
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AAP ने किया अमित शाह के बयान का विरोध Photograph: (YBN)

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रदेश इकाई ने गृह मंत्री अमित शाह के यूपी की कानून व्यवस्था की तरीफ में दिए बयान का कड़ा विरोध किया है। मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने गृहमंत्री के 'यूपी में अब गुंडों का फरमान नहीं चलता, नव निर्माण की राह पर प्रदेश' वाले बयान को लफ्फाजी करार दिया है। उन्होंने कहा कि अमित शाह जब मंच से लफ्जियां कर रहे थे उसी समय बाराबंकी में एक व्यक्ति ने दुष्कर्म के प्रयास में विफल होने पर दलित महिला के मुंह पर पेशाब कर दिया। क्या यही उत्तर प्रदेश का नवनिर्माण है? 

भाजपाई बनो, अपराधा का लाइसेंस पाओ

मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने हाल ही में लखनऊ में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हजरतगंज के अंदर न्याय की गुहार लगाता एक सिपाही सत्ता संरक्षितों द्वारा पीटा जाता है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की हकीकत यह है कि अगर आप भाजपाई हैं, बड़े-बड़े ब्यूरोक्रेट के बेटे हैं तो आपके पास अपराध करने का पूरा लाइसेंस है। वंश राज दुबे ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह बात शत प्रतिशत साबित हुई है कि अगर आप भाजपा की प्राथमिक सदस्यता भी ले लेते हैं, उसके बाद यूपी में आप रंगदारी करिए, गुंडागर्दी करिए छेड़छाड़ करिए या हत्या करिए, आपको इन सभी की परमिशन मिल जाती है।

घोटाले के बोझ से ढह गईं पानी की टंकियां 

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बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इमरान लतीफ ने जल शक्ति मिशन में हुए करोड़ों के घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने योजना का शुभारंभ कर बड़े-बड़े दावे भी किए थे। देश और उत्तर प्रदेश की जनता से यह वादा भी किया था की हर गांव के हर घर तक जल और नल के जरिए पेयजल पहुंचाया जाएगा। लेकिन हकीकत यह है कि आज प्रदेश के हर जिले से इस योजना के विफल होने की खबरें आ रही हैं। कहीं पर सैकड़ों लोगों की जल आपूर्ति के लिए बनाई गई पानी की टंकी के निर्माण का कार्य पूरा नहीं किया गया तो कहीं पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हो पाया। कहीं टोटियों का काम पूरा नहीं हो पाया और कहीं टोटिया लग गई तो उसमें पानी पहुंचाने का काम पूरा नहीं हो पाया और कहीं अगर सब कुछ तैयार कर लिया गया तो भ्रष्टाचार के भार को यह पानी की टंकियां सहन नहीं कर पाई और भरभरा कर गिर गई।

मुआवजा मांगा तो मिली मुकदमे की धमकी

इमरान लतीफ ने कहा कि पानी की टंकियां के फटने से जहां एक ओर किसानों की फैसले बर्बाद हुई, लोगों का नुकसान हुआ, वहीं सरकार और उनके अधिकारियों से मुआवजा मांगने पर किसानों, गांव वालों को मुकदमे झेलने की धमकी दी गई। उन्होंने लखीमपुर में साढ़े तीन करोड़ की लागत से बनी पानी की टंकी फटने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस हादसे से आसपास 10 बीघे किसान की फसल बर्बाद हो जाती है और मुआवजे की मांग करने पर विभागीय अधिकारियों द्वारा उन्हें मुकदमें की धमकी दी जाती है। इसी तरह सीतापुर में 5 करोड़ 31 लाख रुपए से बनी हुई पानी की टंकी फट गई। जबकि इस पानी की टंकी से आसपास के 20 हजार की आबादी को पानी की सप्लाई की जा रही थी।

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भ्रष्टाचार का खुला खेल, सरकार मौन

बौद्ध प्रांत अध्यक्ष ने सुल्तानपुर के एक हैरत भरे मामले का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पानी की टंकी को खड़ा करने के लिए लकड़ी की बल्लियों में कंक्रीट ढाल दी गई। उन्होंने कहा कि आखिर प्रदेश के अंदर यह किस तरह का मजाक चल रहा है। खुलेआम भ्रष्टाचार जारी है और इस मामले पर अभी तक सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में तालाब की छोटी मछलियों पर तो कार्रवाई हो रही है लेकिन बड़ी-बड़ी मछलियों को सरकार बचाने के काम में लगी हुई है। उन्होंने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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