/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/23/DdUpwrfGhT9mQMD6B6wF.jpeg)
स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद 10 फीसदी उपभोक्ताओं का बढ़ा लोड Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद लगभग 10 फीसदी उपभोक्ताओं के बिजली लोड में वृद्धि हुई है। इसका असर उपभोक्ताओं के बिलों पर दिखाई दे रहा है। विगत कुछ महीनों में उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनके बिजली खर्च में इजाफा होने की शिकायत की है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने भी इन आंकड़ों की जांच करवाए जाने की मांग की है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर दे रहा झटका
केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत पुराने मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदला जा रहा है। तमाम जगहों पर उपभोक्ता बिजली खर्च बढ़ने की शिकायत कर रहे हैं। इस बीच बिजली कंपनीवार विद्युत भार के आंकड़े गवाही रहे हैं कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं का विद्युत भार बढ़ा है।
प्रयागराज व मिर्जापुर जोन में 9% का ज्यादा भार
पूर्वांचल में प्रयागराज व मिर्जापुर जोन में जीएमआर कंपनी के 6,28,060 मीटरों में 55,265 यानी करीब 9% का विद्युत भार बीते तीन महीनों से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। पूर्वांचल में वाराणसी व आजमगढ़ जोन में जीएमआर कंपनी के 6,21,543 मीटरों में 56,640 का विद्युत भार करीब 10% का विद्युत भार बढ़ा दिखाई दे रहा है। पूर्वांचल में जीनस कंपनी के 4,46,213 मीटरों में 24,077 में यानी 6% का लोड बढ़ा दर्ज किया गया। मध्यांचल में इंटेली स्मार्ट कंपनी के 4,18,626 मीटरों में 35,338 यानी लगभग 9% का लोड बढ़ा हुआ है।
पोलरिस कंपनी के मीटरों में 7% लोड ज्यादा
मध्यांचल में पोलरिस कंपनी के 630403 मीटरों में से 45537 मीटर यानी 7% का लोड ज्यादा है। दक्षिणांचल में जीएमआर कंपनी के 7,52,776 मीटरों में 7,698 मीटर यानी, 1% में लोड बढ़ा पाया गया। दक्षिणांचल में जीनस कंपनी के 392790 मीटरों में 3,476 में लोड बढ़ा पाया गया है। कानपुर में जीनस कंपनी ने 70,962 मीटर लगाए, जिसमें से 155 उपभोक्ताओं का विद्युत भार बढ़ा पाया गया है। पश्चिमांचल में इंटेली स्मार्ट कंपनी के 93,3101 मीटरों में से 4,2212 का विद्युत भार बीते तीन महीने से ज्यादा बता रहा है।
संदेहास्पद मीटरों की थर्ड पार्टी जांच करवाई जाए
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि सभी संदेहास्पद मीटरों की थर्ड पार्टी जांच करवाई जाए। उपभोक्ताओं को गलत बिल से राहत दी जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। वर्मा ने कहा कि लोग बिल बढ़ने की शिकायत कर रहे हैं। यह लोड या रीडिंग बढ़ने से ही संभव है।
Smart Prepaid Meter | uprvup
निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी संग किसान-मजदूर हुए लामबंद, दिल्ली में होगा देशव्यापी आंदोलन का ऐलान
यह भी पढ़ें-निजीकरण और विद्युत संशोधन विधेयक के खिलाफ जंतर-मंतर पर गरजेंगे बिजली कर्मचारी
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us