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इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के अत्याधुनिक स्वरूप का लोकार्पण करते विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी में दो साल बाद मंगलवार को फिर ब्रह्मांड का दरवाजा खुल गया। इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला ने नए रूप और अत्याधुनिक रुप में दर्शकों का स्वागत किया। यहां दर्शक थ्रीडी इफेक्ट्स और टाइम मशीन जैसे अनुभवों के जरिये लाखों साल पीछे जुरासिक युग तक और हजारों साल आगे भविष्य तक की यात्रा कर सकेंगे। इसके आधुनिकीकरण पर 41.08 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वर्ष 2023 से आम जनता के लिए बंद नक्षत्रशाला में अब डिजिटल तकनीक से ब्रह्मांड का अनुभव मिलेगा।
वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत
प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार ने इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के अत्याधुनिक स्वरूप के लोकार्पण के बाद कहा कि समय के साथ विज्ञान और तकनीक का स्वरूप निरंतर बदल रहा है। उसी के अनुरूप नक्षत्रशाला का आधुनिकीकरण किया गया है। यह न केवल वैज्ञानिकों बल्कि विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की गोरखपुर और रामपुर नक्षत्रशालाओं का आधुनिकीकरण भी जल्द पूरा होगा। गोरखपुर में विज्ञान पार्क का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। मंत्री ने कहा कि आने वाला कल बच्चों के ही हाथों में है। डॉ. एपीजे. अब्दुल कलाम के विचारों का जिक्र करते हुए उन्होंने 'विकसित भारत 2047' के लक्ष्य में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस तारामंडल
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री अजीत सिंह पाल ने कहा कि लखनऊ की नक्षत्रशाला का नया स्वरूप केवल मनोरंजन का केंद्र नहीं होगा बल्कि बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने का माध्यम भी बनेगा। प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग पंधारी यादव ने कहा कि नया तारामंडल अत्याधुनिक तकनीक जैसे टू-डी और थ्री-डी: एट-के क्वालिटी प्रोजेक्शन से लैस है। जो बच्चों और आमजन में विज्ञान के प्रति नई जिज्ञासा और रुचि उत्पन्न करेगा तथा विज्ञान संचार और शिक्षा को नई दिशा देगा।
110 छात्र-छात्राएं शो के प्रथम दर्शक
कार्यक्रम में अटल आवासीय विद्यालय, मोहनलालगंज के 110 छात्र-छात्राएं शो के प्रथम दर्शक बने। इसी अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया। जिसमें चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश एमेच्योर एस्ट्रोनॉमर्स क्लब (यूपीएएसी) के सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल रहे।
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