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बाराबंकी में विवाद।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के बाहर बिना मान्यता एलएलबी कोर्स के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज करने वाले चौकी इंचार्ज और तीन अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस घटना की जांच आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार को सौंपी गई थी।
जांच के दौरान चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मी मिले दोषी
जांच के दौरान वीडियो फुटेज और घटनास्थल के विवरण के आधार पर चौकी इंचार्ज गजेंद्र विक्रम सिंह, मुख्य आरक्षी पवन यादव, सौरभ सिंह और सिपाही विनोद यादव को दोषी पाया गया। एसपी बाराबंकी ने उनकी निलंबन कार्रवाई की पुष्टि की।जांच के दौरान सीओ सिटी हर्षित चौहान और इंस्पेक्टर बाराबंकी कोतवाली आर.के. राणा की भूमिका पर भी गहन समीक्षा की जा रही है। घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने सीओ को हटाने और इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करने के निर्देश दिए थे।विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने यूनिवर्सिटी का गेट केवल फैकल्टी व स्टाफ के लिए खोला और छात्राओं को कोई रोकने का प्रयास नहीं किया।
जांच पूरी होने तक मामले की निगरानी जारी रहेगी: एसपी
घटना की 21 मिनट की अवधि में गेट के अंदर से कुछ लोग बाहर निकले और छात्रों पर हमला कर दिया।इसी प्रकरण में विश्वविद्यालय के खिलाफ बाराबंकी कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जांच के दौरान दो और सिपाहियों को चिन्हित किया गया है, जिनकी जांच जारी है। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।एसपी बाराबंकी अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि सभी आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और जांच पूरी होने तक मामले की निगरानी जारी रहेगी।
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