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गठिया के इलाज में बेजाफ्रिबेट कारगर Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के सहायक आचार्य डॉ. आनंद कुमार के संयुक्त शोध अध्ययन में पाया गया कि कोलेस्ट्रॉल घटाने वाली दवा बेजाफ्रिबेट गठिया से पीड़ित मरीजों के लिए नई उम्मीद बन सकती है। यह दवा, जो लंबे समय से उच्च कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए सुरक्षित रूप से उपयोग में लाई जा रही है, जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी प्रभावी साबित हुई है, जो गठिया के प्रमुख लक्षण हैं।
कोलेस्ट्रॉल दवाओं में बेजाफ्रिबेट सबसे असरदार
शोधकर्ताओं की टीम ने कंप्यूटर आधारित परीक्षणों के माध्यम से यह विश्लेषण किया कि वर्तमान में उपयोग की जा रहीं कई कोलेस्ट्रॉल रोधी दवाएं शरीर में मौजूद एक प्रमुख प्रोटीन पीपीएआर गामा पर प्रभाव डालती हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली तथा सूजन संबंधी प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करता है। अध्ययन में बेजाफ्रिबेट सबसे प्रभावी और सुरक्षित दवा के रूप में सामने आई।
गठिया ग्रस्त चूहों पर दवा का प्रयोग
गठिया से ग्रस्त चूहों पर किए गए प्रयोगों में पाया गया कि बेजाफ्रिबेट के उपचार से जोड़ों की सूजन में कमी आई, जोड़ों के ऊतक मजबूत हुए और रक्त में सूजन से संबंधित जैव संकेतकों का स्तर घटा। यह दवाअत्यधिक सक्रिय प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने में भी सफल रही, जिससे गठिया की प्रगति को रोका जा सका।
बेजाफ्रिबेट से मिलेगी गठिया में राहत
शोधकर्ताओं ने बताया कि अध्ययन के निष्कर्षों से स्पष्ट होता है कि बेजाफ्रिबेट को गठिया रोधी दवा के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। चूंकि यह दवा पहले से अनुमोदित और सुरक्षित सिद्ध है, अत: इसे नई दवा की तुलना में विशेषज्ञों की देखरेख में आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
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