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यूपी में नए बिजली कनेक्शन के दाम फिर बढ़ाने की तैयारी Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। दीपावली से पहले बिजली विभाग प्रदेशवासियों को लगातार झटके दे रहा है। पावर कारपोरेशन ने पहले नए बिजली कनेक्शन की दरें छह गुना बढ़ा दीं। इससे भी मन नहीं भरा तो फिर एक तगड़ा झटका देने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, यूपीपीसीएल अध्यक्ष ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर की लागत 8000 रुपये से अधिक बताई है। अब घाटे का हवाला देकर विद्युत नियामक आयोग को संशोधित स्मार्ट प्रीपेड मीटर दरों के साथ कॉस्ट डेटा बुक को अपडेट करने का प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर एक किलोवाट का बिजली कनेक्शन लगभग 9 हजार रुपये हो जाएगा।
उपभोक्ता परिषद ने अपर मुख्य सचिव को सौंपा पत्र
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने गुरुवार को पावर कारपोरेशन की मनमानी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नरेंद्र भूषण को सचिवालय में एक पत्र सौंपा। इसमें अवगत कराया कि केंद्र सरकार की आरडीएसएस (RDSS) योजना के तहत प्रीपेड मीटर फ्री में लगाने का प्रावधान है। इसके बावजूद कारपोरेशन ने नए बिजली कनेक्शन की लागत 1,032 रुपये से बढ़ाकर सीधे 6,400 रुपये तक कर दी। कनेक्शन के साथ स्मार्ट प्रीपेड मीटर भी अनिवार्य कर दिया।
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वर्मा ने कहा कि पावर कारपोरेशन अध्यक्ष ने अब प्रीपेड मीटर की वास्तविक लागत 8,435 रुपये बताकर नियामक आयोग को एक प्रस्ताव भेजा है। इसमें वित्तीय नुकसान का हवाला देते हुए संशोधित स्मार्ट प्रीपेड मीटर दरों के साथ कॉस्ट डेटा बुक अपडेट करने का अनुरोध किया है। अगर कारपोरेशन की बात मानी गई तो एक किलोवॉट के बिजली कनेक्शन की कीमत लगभग 9000 रुपये हो जाएगी। वर्मा ने बताया कि अपर मुख्य सचिव ने परिषद के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करने का आश्ववासन दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और राज्यपाल को भी इस गंभीर मामले से अवगत कराकर हस्तक्षेप की मांग की जाएगी।
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