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सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लद्दाख के पर्यावरणविद, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को बिरसा अंबेडकर फुले छात्र संगठन ने लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वांगचुक की तुरंत रिहाई की मांग की।
वांगचुक की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला
छात्रों ने कहा कि रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता वांगचुक लद्दाख के पहाड़ी इलाकों में सतत विकास, जल संरक्षण, सौर ऊर्जा और स्थानीय शिक्षा मॉडल के लिए जाना जाता है। आइस स्टूपा प्रोजेक्ट जैसी अभिनव पहल से दुनिया का ध्यान हिमालयी पारिस्थितिकी की ओर खींचा था। ऐसे व्यक्ति की गिरफ्तारी लोकतंत्र, पर्यावरण पर हमला और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन है। जिसे छात्र समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा।
वांगचुक की गिरफ्तारी अनुचित
छात्रों ने कहा कि वांगचुक लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने और पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे थे। हिंसा के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत उनकी गिरफ्तारी असंवैधानिक है।
आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
सोनम वांगचुक को रिहा करो, लोकतंत्र पर हमला बंद करो और पर्यावरण की लड़ाई जारी रहेगी लिखी तख्तियां लेकर छात्रों ने नारे लगाए। संगठन के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा। इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर में तैनात पुलिस बल ने छात्रों के उग्र होने पर सभी को हिरासत में लेकर धरना स्थल ईको गार्डन भेज दिया।
वांगचुक जोधपुर जेल में नजरबंद
गौरतलब है कि 24 सितंबर को लेह में हुई हिंसा के बाद सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्हें सुरक्षा कारणों से 1500 किलोमीटर दूर जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया।
Protest | Sonam Wangchuk | BAPSO
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