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अभियुक्त चन्द्रभान वर्मा गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । ईओडब्लू टीम ने वर्ष 1998-2000 के दौरान हुए करोड़ों के उर्वरक सब्सिडी घोटाले के एक अहम आरोपी चन्द्रभान वर्मा को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। आरोपी चन्द्रभान वर्मा, ललितपुर स्थित स्टार मिनरल्स और मून इंटरप्राइजेज का व्यवस्थापक था, जो मैसर्स अवध फर्टिलाइजर्स प्रा. लि., मिहीपुरवा, बहराइच को उर्वरक का कच्चा माल – रॉक फास्फेट व सिंगल सुपर फास्फेट – सप्लाई करता था।
फर्जी बिल-बाउचर और वाहनों के कूटरचित दस्तावेज तैयार किए थे
जांच में पाया गया कि अवध फर्टिलाइजर्स के निदेशकों ने चन्द्रभान व अन्य सप्लायरों से मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज़ों के माध्यम से उर्वरक पर मिलने वाली लगभग 72 लाख की सरकारी सब्सिडी का गबन किया। इन लोगों ने परिवहन के फर्जी बिल-बाउचर और वाहनों के कूटरचित दस्तावेज तैयार किए थे।इस संबंध में वर्ष 2006 में थाना मोतीपुर, जनपद बहराइच में IPC की कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
अब तक 14 निजी अभियुक्त दोषी पाए गए
ईआोडब्लू की डीजी नीरा रावत ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर इस प्रकरण की जांच ईओडब्लू को सौंपी गई थी, जिसमें अब तक 14 निजी अभियुक्त दोषी पाए गए हैं। इनमें से 3 की मृत्यु हो चुकी है, 5 के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल हो चुका है और शेष 5 की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।चन्द्रभान वर्मा की गिरफ्तारी से इस बहुचर्चित घोटाले के कानूनी निष्कर्ष की दिशा में अहम प्रगति मानी जा रही है।
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