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यूपी में अमन, शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ मनाया गया ईद-उल-अजहा

राजधानी लखनऊ की ऐशबाग ईदगाह में हजारों लोगों ने सुबह की नमाज पढ़ी। नमाज के बाद गले मिलकर एक-दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी गई। प्रशासन की ओर से व्यापक सुरक्षा और सफाई व्यवस्था की गई थी।

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Anupam Singh
ीरन
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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शनिवार को बकरीद (ईद-उल-अजहा) का पर्व पूरे अमन, शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ मनाया गया। राजधानी लखनऊ से लेकर संभल और मेरठ तक हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईदगाहों और मस्जिदों में एकजुट होकर नमाज अदा की और देश की तरक्की व अमन-चैन की दुआ मांगी।

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लखनऊ: ऐशबाग ईदगाह में उमड़ा जनसैलाब

राजधानी लखनऊ की ऐशबाग ईदगाह में हजारों लोगों ने सुबह की नमाज पढ़ी। नमाज के बाद गले मिलकर एक-दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी गई। प्रशासन की ओर से व्यापक सुरक्षा और सफाई व्यवस्था की गई थी, जिससे त्योहार पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ। इसके अलावा संभल जिले में भी बकरीद का त्योहार पूरे आस्था और अकीदत के साथ मनाया गया। जिले की 105 ईदगाहों और 688 मस्जिदों में लोगों ने सजदे में झुककर दुआ मांगी। जिला प्रशासन ने इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया था। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने सरायतरिन और अन्य इलाकों में पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और लोगों को पर्व की शुभकामनाएं दीं। कुर्बानी के लिए 19 चिन्हित स्थलों पर व्यवस्था की गई। 737 सफाई कर्मचारी और 67 वाहन लगाए गए ताकि सफाई व्यवस्था प्रभावित न हो। कुर्बानी के अवशेषों को तुरंत हटाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए। मेरठ की शाही ईदगाह में भी बकरीद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। शहर काजी डॉ. जैनस सालिकिन ने नमाज से पहले लोगों को शिक्षा, ईमानदारी और स्वच्छता का महत्व समझाया। उन्होंने कहा, "हमारी कौम को दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम की भी सख्त जरूरत है। शिक्षा से ही हम अपने हक और अधिकार हासिल कर सकते हैं।" उन्होंने लोगों से कुर्बानी के बाद सफाई का विशेष ध्यान रखने, ब्याज से बचने, और आपसी भाईचारे को बनाए रखने की अपील की। कारी शफीक उर रहमान ने भी अपनी तकरीर में समाज में शांति और सौहार्द कायम रखने का संदेश दिया।

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