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यूपी में बिजली उपभोक्ताओं को झटका Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की नवंबर महीने में जेब और ढीली होने जा रही है। इस महीने में उपभोक्ताओं को अपने बिल पर ईंधन अधिभार शुल्क के रूप में 1.83 फीसदी अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा। उपभोक्ता से ये रकम जुलाई महीने के लिए ईंधन अधिभार शुल्क के तौर पर वसूली जाएगी। इस शुल्क के एवज में बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से लगभग 82.11 करोड़ रुपये अधिक वसूल करेंगी। हालांकि अक्टूबर में बिलों में 1.63 प्रतिशत की कमी भी की गई है।
उपभोक्ताओं का कंपनियों पर 33122 करोड़ बकाया
इस मामले पर राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं का कंपनियों पर 33122 करोड़ रुपये बकाया है। बावजूद इसके उनसे ईंधन-ऊर्जा पर अतिरिक्त भार के तौर पर इस तरह की वसूली करना सही नहीं है। वसूली बकाया राशि से ही ली जाए। केवल राहत के समय ही उनके बिलों में कटौती की जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में इस अधिभार में कमी होने के संकेत भी मिल रहे हैं।
व्यवस्था की समीक्षा करने की मांग
वर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने नियम बनाकर सभी राज्यों को निर्देशित किया था कि प्रत्येक माह ईंधन अधिभार शुल्क की गणना और वसूली की जाए। उसी क्रम में विद्युत नियामक आयोग ने इसे प्रदेश में लागू किया। उपभोक्ता परिषद इस आदेश का लगातार विरोध कर रही है। क्योंकि यह उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालता है। उन्होंने नियामक आयोग से उपभोक्ताओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए इस व्यवस्था की समीक्षा करने की मांग की।
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