/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/11/protest-against-vertical-system-2025-11-11-14-22-13.jpg)
वर्टिकल व्यवस्था के विरोध में कर्मचारियों ने घेरा सर्किल दफ्तर Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी में 15 नवंबर को लागू हो रही वर्टिकल व्यवस्था (vertical system) का विरोध तेज हो गया है। इस नई व्यवस्था के खिलाफ संविदा बिजली कर्मचारी सिलसिलेवार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में जुटे कर्मचारियों ने गोमतीनगर स्थित सर्किल दफ्तर में आवज बुलंद की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वर्टिकल व्यवस्था उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के हित में नहीं होगी। हमें किसी कीमत पर वर्टिकल व्यवस्था स्वीकार नहीं है।
चार जिलों में विफल रही वर्टिकल व्यवस्था
संगठन के प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र कुमार पांडेय ने कहा कि कानपुर, मेरठ, अलीगढ़ व बरेली में वर्टिकल व्यवस्था लागू की थी। वहां यह व्यवस्था सफल साबित नहीं हुई है। अब इसे लखनऊ, नोएडा व अन्य जिलों में भी लागू किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि जहां भी वर्टिकल व्यवस्था लागू है, वहां पर कर्मचारियों की छंटनी की गई है। आउटसोर्स कर्मचारियों का उत्पीड़न और बढ़ा है।
वर्टिकल व्यवस्था नुकसानदायक
पांडेय ने कहा कि वर्टिकल व्यवस्था नुकसानदायक है। उपभोक्ताओं को समय पर सेवाएं नहीं मिल पाएंगी। कर्मचारियों का उत्पीड़न और भ्रष्टाचार बढ़ेगा। काम का अधिक भार होने से बिजली लाइन पर काम करते समय दुर्घटनाएं बढ़ेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि वर्टिकल व्यवस्था लागू करने का फैसला वापस नहीं लिया गया, तो प्रदेश भर में आंदोलन शुरू किया जाएगा।
मध्यांचल एमडी दफ्तर घेरेंगे संविदा कर्मी
संविदा बिजली कर्मचारी 14 नवंबर को मध्यांचल एमडी कार्यालय का घेराव करेंगे। पांडेय का कहना है कि पावर कॉरपोरेशन वर्टिक व्यवस्था के जरिए हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों की नौकरी खत्म करना चाहता है, जो हमें मंजूर नहीं है।
निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी संग किसान-मजदूर हुए लामबंद, दिल्ली में होगा देशव्यापी आंदोलन का ऐलान
यह भी पढ़ें-निजीकरण और विद्युत संशोधन विधेयक के खिलाफ जंतर-मंतर पर गरजेंगे बिजली कर्मचारी
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us