Advertisment

Crime News: गोसाईगंज पुलिस ने इंटर कॉलेज में लगाई साइबर चौपाल, छात्रों को सिखाए ऑनलाइन सुरक्षा के गुर

थाना गोसाईगंज क्षेत्र के लाला महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज में साइबर चौपाल का आयोजन किया गया। पुलिस अधिकारियों ने विद्यार्थियों को डिजिटल अरेस्ट, फाइनेंशियल फ्रॉड और संचार साथी ऐप के उपयोग के बारे में जागरूक किया।

author-image
Shishir Patel
Digital Arrest

छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करतीं पुलिस ।

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।  राजधानी में साइबर अपराधों से बचाव को लेकर पुलिस की पहल जारी है। इसी कड़ी में थाना गोसाईगंज क्षेत्र स्थित लाला महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज मेंसाइबर चौपाल का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल के निर्देशन, एडीसीपी रल्लापल्ली बसंथ कुमार के पर्यवेक्षण तथा एसीपी (प्रशिक्षु) अपूर्वा पाण्डेय और प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

छात्रों को जागरूक करने पर खास दिया जोर

चौपाल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम के दौरान युवाओं को बताया गया कि कैसे ठग डिजिटल अरेस्ट, फाइनेंशियल फ्रॉड और सिम कार्ड दुरुपयोग जैसे हथकंडों का सहारा लेते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।

डिजिटल अरेस्ट से बचने का छात्रों ने सीखा गुर

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट एक नया साइबर क्राइम है, जिसमें ठग खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर कॉल करते हैं और वर्चुअल तरीके से गिरफ्तारी का डर दिखाते हैं। छात्र-छात्राओं को समझाया गया कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज करें।

फाइनेंशियल फ्रॉड से बचाव के बताए उपाय

ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड, फेक कस्टमर केयर कॉल्स, नकली शॉपिंग वेबसाइट्स और QR कोड स्कैम से बचाव की जानकारी दी गई। छात्रों को स्पष्ट किया गया कि OTP या बैंक डिटेल किसी भी स्थिति में साझा न करें और केवल आधिकारिक ऐप्स या वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें।

Advertisment

‘संचार साथी’ ऐप की दी जानकारी

छात्रों को केंद्र सरकार द्वारा विकसित Sanchar Saathi ऐप का उपयोग करना भी सिखाया गया। इस ऐप की मदद से लोग यह पता लगा सकते हैं कि उनके नाम पर कितने मोबाइल नंबर जारी हैं और कोई संदिग्ध नंबर हो तो तुरंत ब्लॉक कर सकते हैं।

पुलिस वेरिफिकेशन पर दिया जोर

चौपाल में उपस्थित नागरिकों को भी जागरूक करते हुए बताया गया कि घर में नौकर-नौकरानी रखने या मकान किराए पर देने से पहले पुलिस वेरिफिकेशन कराना जरूरी है। यह न केवल कानूनन अनिवार्य है बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत अहम है। साइबर ठगी होने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, ऑनलाइन पोर्टल cybercrime.gov.in और नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।

Advertisment

यह भी पढ़ें: Crime News: पत्नी की हत्या और मां को घायल करने वाला आरोपी गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: Crime News: कुकरैल नाले में गिरी कार, बैंककर्मी बाल-बाल बचा

यह भी पढ़ें: Crime News: सरयू नदी में नाव पलटने से तीन ममेरे भाइयों की मौत

Advertisment

यह भी पढ़ें: Crime News: मासूम की नाले में डूबकर मौत, 21 घंटे बाद मिला शव

Lucknow Crime
Advertisment
Advertisment