Advertisment

Lucknow News : जच्चा-बच्चा की मौत मामले की जांच शुरू, निजी अस्पताल को नोटिस

बिजनौर के बलवंतखेड़ा स्थित सीमा अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित कर दी है।

author-image
Deepak Yadav
mother child death

जच्चा-बच्चा की मौत मामले की जांच शुरू Photograph: (Google)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। बिजनौर के बलवंतखेड़ा स्थित सीमा अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव के बाद बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित कर दी है। तीन सदस्यीय कमेटी ने अस्पताल प्रशासन को नोटिस जारी कर उपचार से संबंधित सभी रिकॉर्ड मांगे हैं। अस्पताल संचालक और डॉक्टरों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। 

मृत बच्चे को दिया था जन्म

आशियाना स्थित एलडीए कॉलोनी के स्वरूपचंद्र खेड़ा निवासी बेचालाल ने पत्नी ममता (30) को प्रसव पीड़ा होने पर 25 अक्टूबर को सीमा अस्पताल में भर्ती कराया था। 26 अक्टूबर को ऑपरेशन के दौरान ममता ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रसूता अस्पताल में भर्ती थी। उसकी हालत सुधरने के बजाय लगातार बिगड़ती रही। अगले दिन ममता की भी मौत हो गई। 

तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित

बेचालाल का आरोप है कि अस्पताल ने लापरवाही बरती, जिससे ममता की जान गई। बेचालाल ने एसीपी कृष्णानगर को तहरीर दी थी। एसीपी ने जानकारी सीएमओ को दी थी। सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में गाइनकोलॉजिस्ट, फिजिशियन व एक अन्य चिकित्सक रखे गए हैं। 

अस्पताल संचालक लापरवाही से किया इनकार

नर्सिंग होम के नोडल डॉ. एपी सिंह ने बताया कि घटना की सभी बिंदुओं पर जांच में कराई जा रही है। अगर लापरवाही के आरोप सही मिले तो सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, अस्पताल संचालक सीमा का कहना है कि लापरवाही के आरोप गलत हैं। प्रसूता को रेफर किया जा रहा था, मगर परिजन ले जाने को राजी नहीं थे। घटना के बाद से अस्पताल बंद है।

Advertisment

 Health News | seema hospital

यह भी पढ़ें- KGMU में खुलेंगे दो नए HRF काउंटर, 70 फीसदी तक छूट पर मिलेंगी दवाएं

यह भी पढ़ें- लखनऊ के चांदे बाबा तालाब क्षेत्र के गरीबों की छत सुरक्षित, NGT में राजेश्वर सिंह ने रखा दलित परिवारों का पक्ष

यह भी पढ़ें- नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक स्थगित : पार्षदों ने किया हंगामा, महापौर और नगर आयुक्त में विवाद गहराया

Advertisment

यह भी पढ़ें- स्मार्ट प्रीपेड मीटर से 13 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वसूली, नियामक आयोग में विरोध प्रस्ताव दाखिल

Health News
Advertisment
Advertisment