/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/28/kgmu-2025-08-28-17-00-11.jpg)
केजीएमयू के डॉक्टरों ने दुर्लभ मामले में बचाई 22 वर्षीय युवक की जान (google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में एक दुर्लभ मामला आया। 22 साल के युवक की किडनी में 13 गुना अधिक पानी भरा पाया गया। सामान्य तौर पर 10 से 12 सेमी किडनी में एक लीटर पानी रहता है। लेकिन इस युवक की किडनी में 13 लीटर पानी भरा मिला। किडनी का आकार कई गुना बढ़ने से उसके फटने का खतरा था। यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने सर्जरी करके युवक की जान बचाई।
मुंह से ट्यूब निकाला 13 लीटर पानी
यूरोलॉजी विभाग के प्रो. विश्वजीत सिंह ने बताया कि कुशीनगर के रहने वाले राजन गुप्ता पेट में सूजन की समस्या लेकर आए थे। उन्हें सामान्य रूप से पेशाब हो रही थी, लेकिन पेट का आकार असामान्य रूप से बढ़ने की वजह से चलना-फिरना मुश्किल हो गया था। जांच कराने पर पता चला कि उनकी बाईं किडनी असामान्य रूप से बढ़ गई है और उसमें बहुत ज्यादा मात्रा में पानी भरा है। एंडोस्कोपी विधि से पहले उनके मुंह से ट्यूब डालकर 13 लीटर पानी निकाला गया। किडनी खराब खराब हो गई थी इसलिए सर्जरी कर उसे निकालना पड़ा।
25 सेंटीमीटर हो गया था किडनी का आकार
प्रो. विश्वजीत ने बताया कि किडनी में इतनी ज्यादा मात्रा में पानी होने का यह पहला मामला था। ज्यादा मात्रा में पानी होने की वजह से किडनी का आकार भी 10-12 से बढ़कर 25 सेमी पहुंच गया। सामान्य रूप से किडनी की बाहरी सतह दो सेंटीमीटर मोटी होती है। ज्यादा पानी भरने से किडनी की बाहरी परत कागज की तरह पतली रह गई थी। अस्पताल पहुंचने में युवक को और देर होती तो किडनी फट सकती थी।
जन्म से थी किडनी के मुहाने में रुकावट
प्रो. विश्वजीत ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि युवक को जन्म के समय से ही किडनी के मुहाने पर कुछ रुकावट की समस्या थी। चूंकि दूसरी किडनी ठीक से काम करने की वजह से मरीज को लगातार पेशाब होती रही। इस वजह से समस्या की ओर इतना ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन हालत धीरे-धीरे बिगड़ती गई।
यह भी पढ़ें- मांगों पर उदासनीता से कर्मचारी नाराज, 18 को करेंगे प्रदर्शन
यह भी पढ़ें- Health News : बलरामपुर अस्पताल में तीन डायलिसिस मशीनें खराब, मरीज परेशान