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रेड रन मैराथन में दौड़े युवा Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। नेशनल पीजी कॉलेज और उत्तर प्रदेश राज्य एड् स नियंत्रण सोसाइटी (यूपीएसएसीएस) ने संयुक्त रूप से रेड रन मैराथन का आयोजन किया। इस 10 किलोमीटर लंबी दौड़ का उद्देश्य युवाओं में स्वास्थ्य, फिटनेस एवं एड्स-जागरूकता को बढ़ावा देना था। मैराथन 17 से 25 वर्ष की आयु वर्ग के लिए आयोजित की गई। जिसमें कुल चार श्रेणियां थी। राज्य स्तर (पुरुष एवं महिला) तथा शहर स्तर (पुरुष एवं महिला)।
600 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में लगभग 600 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिनमें 25 जनपदों से आए 100 छात्र-छात्राएं राज्य श्रेणी में एवं लखनऊ के विभिन्न महाविद्यालयों से लगभग 500 छात्र-छात्राएं नगर श्रेणी में शामिल हुए। शुरुआत नेशनल पीजी कॉलेज खेल मैदान से हुई। जो 1090 चौराहे तक जाकर पुन: कॉलेज परिसर पर समाप्त हुई। यह कुल 10 किलोमीटर की परिक्रमा दो चरणों में पूरी की गई।
प्राचार्य ने दौड़ को दिखाई हरी झंडी
कार्यक्रम की शुरुआत एक उत्साहपूर्ण गुब्बारे छोड़कर, जुम्बा सत्र और बैंड प्रदर्शन के साथ हुई, जिसने प्रतिभागियों में जोश और ऊर्जा भर दी। दौड़ को प्राचार्य प्रो. डीके सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य अतिथि रविन्द्र कुमार (आईएएस), रमेश श्रीवास्तव (संयुक्त निदेशक, यूपीएसएसीएस), अनुज दीक्षित एवं पवन चंदेल (यूपीएसएसीएस) उपस्थित रहे। आयोजन के समन्वयक प्रो. राकेश पाठक रहे।
Red Run Marathon | National PG College | HEALTH
भाषा विवि ने ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के साथ किया एमओयूलखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय ने ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (यूपीएसडीएमए) के साथ ए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। गए। यह समझौता फार्मेसी एवं संबंधित विषयों के विद्यार्थियों को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित करने, संयुक्त शोध को प्रोत्साहित करने और नवाचार आधारित औषधि निर्माण को गति देने पर केंद्रित है। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा ने कहा कि यह समझौता विद्यार्थियों को वास्तविक औद्योगिक अनुभव से जोड़ने में सहायक होगा और उन्हें भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करेगा। शिक्षा और उद्योग जगत का सशक्त गठजोड़शिक्षा और उद्योग के इस सशक्त गठजोड़ से शोध एवं नवाचार को नई दिशा मिलेगी। एसोसिएशन के संरक्षक वीर अंजनी कुमार सक्सेना ने कहा कि यह सहयोग उत्तर प्रदेश में फार्मा उद्योग के मानकों को और अधिक सुदृढ़ करेगा तथा नवाचार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। फैकल्टी ऑफ फार्मेसी की निदेशक प्रोफेसर शालिनी त्रिपाठी ने बताया कि यह एमओयू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को नए अवसर, अनुभव और रोजगार संभावनाएं प्रदान करेगा। इस अवसर पर डॉ. महेश कुमार, रजिस्ट्रार, श्री संजीव गुप्ता, वित्त अधिकारी तथा फार्मेसी संकाय के सभी सदस्य उपस्थित रहे। |
लोहिया जी के बारे में जनमानस में पर्याप्त जानकारी का अभावलखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय में डॉ राम मनोहर लोहिया शोधपीठ के सहयोग व समाजशास्त्र विभाग में चल रहे तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन पहले सत्र में भाषा, संस्कृति, पहचान और क्षेत्रीय परिवर्तन पर विविध विषयों पर चर्चा हुई। वहीं दूसरे सत्र में राम मनोहर लोहिया : भारत की हिमालय नीति पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि जेएनयू दिल्ली के प्रोफेसर केएल शर्मा ने कहा कि लोहिया जी के बारे में जनमानस में पर्याप्त जानकारी का अभाव है। वो पंडित नेहरू की नीतियों के प्रखर आलोचक थे। उनका समाजवाद अपनी तरह का अनोखा समाजवाद था। वह व्यक्तिगत रूप से निरपेक्ष थे। डॉ लोहिया का व्यक्तिगत जीवन काफी रोचक रहाप्रो. अशोक पंकज ने लोहिया को याद करते हुए कहा कि वह एक उत्कृष्ट समाजवादी थे। उनका व्यक्तिगत जीवन काफी रोचक रहा। उन्होंने जर्मनी से पीएचडी की थी वही से वो समाजवादी विचारधारा से प्रभावित हुए। लोहिया तत्कालीन पूंजीपतियों को संदेह से देखते थे व उनको समाप्त करना चाह्ते थे। लोहिया जवाहरलाल नेहरू के नीति के विरोधी थे लेकिन उनसे व्यक्तिगत रूप से कोई द्वेष नहीं रखते थे। |
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