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KGMU में नए नियमों का विरोध Photograph: (google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में महिला नर्सिंग ऑफिसर के लिए लागू किए गए नए नियमों का विरोध शुरू हो गया है। नर्सिंग एसोसिएशन ने केजीएमयू के वीसी को पत्र लिखकर सवाल किया कि संस्थान में किस शोध के आधार पर ये नए नियम निकाले गए हैं। इसके साथ ही अवकाश से संबंधित नए नियम जारी करने की ऐसी क्या जरूरत पड़ गई, जोकि पिछले आठ महीने से लंबित थे।
नेल पॉलिश और भारी गहनों पर रोक
दरअसल, 26 अगस्त को केजीएमूय ने एक पत्र जारी करते हुए महिला नर्सिंग अफसरों की ड्यूटी के समय नए नियमों का ऐलान किया था। जिसमें उन्हें ड्यूटी के समय नेल पॉलिश, भारी गहने पहनने पर रोक लगाई गई। संस्थान में नर्सिंग अफसरों को मिलने वाली छुट्टियों के नियमों में भी बदलाव किया।
नाखून, गहने व नेल पेंट पर पहले से पाबंदी
संस्थान की मानें तो ऐसा मरीजों के इलाज में किसी प्रकार का संक्रमण ना फैले इसलिए किया गया। जबकि नर्सों का कहना है कि पहले से ही संक्रमण नियंत्रण, नाखून न बढ़ाने, हाथों में गहने-घड़ी न पहनने, नेल पेंट व मेहंदी से परहेज और बाल बांधकर रखने जैसे नियमों का पालन करते आ रही हैं। ऐसे में नए नियम का कोई औचित्य नहीं है।
इलाज की गुणवत्ता में आएगा सुधार
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के मुताबिक, मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में यह कदम उठाया गया है। नर्सिंग ऑफिसर की जिम्मेदारी भी तय होगी। इससे इलाज की गुणवत्ता में और सुधार होगा। इससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद है। यह मैनुअल प्रदेश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।
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