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आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी का कड़ा विरोध, ऊर्जा मंत्री के सामने संविदा कर्मचारी संघ उठाएगा मुद्दा

UP Electricity : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा-संविदा कर्मचारी संघ ने वर्टिकल व्यवस्था और संविदा बिजली कर्मियों की छंटनी का कड़ा विरोध किया है।

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Deepak Yadav
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उप्र पावर कारपोरेशन निविदा-संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारी Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा-संविदा कर्मचारी संघ ने बिजली संविदा कर्मियों की छंटनी और वर्टिकल व्यवस्था का कड़ा विरोध किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि 55 साल की उम्र का हवाला देकर संविदाकर्मियों को हटाया जा रहा है। सोमवार ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को उनके लखनऊ स्थित आवास पर आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत कराया जाएगा।

आर्थिक संकट में संविदा कर्मचारी

प्रदेश महामंत्री ने देवेन्द्र कुमार पांडेय ने रविवार को तालकटोरा में हुई बैठक में आरोप लगाया कि पावर कारपोरेशन ने अपने ही आदेश का उल्लंघन कर लगभग 25 हजार संविदा कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया। जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ हो गया है। ऐसा निजी कंपनियों की सुविधा के लिए किया जा रहा है।  

वर्टिकल व्यवस्था से विभाग को भी नुकसान

जिला महामंत्री राकेश पाठक ने कहा कि पावर कारपोरेशन लखनऊ में वर्टिकल व्यवस्था लागू कर रहा है। इससे जहां उपभोक्ताओं को भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा। वहीं जनपद में लगभग 1200 संविदा कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। साथ ही विभाग पर भी अधिक आर्थिक भार पड़ेगा। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेन्द्र बाजपेई, जिलाध्यक्ष शुभम वर्मा,जिला उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा, जिला संगठन मंत्री दिलीप शर्मा आदि मौजूद रहे। 

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