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Sawan Somwar 2025 Photograph: (google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।सावन के पहले सोमवार पर राजधानी के प्रमुख मंदिरों में शिव श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। श्रद्धालु शिवलिंग पर अर्पण करने के लिए जल, दूध, फूल, बेलपत्र आदि लेकर पहुंच रहे हैं। शिवालयों में रुद्राभिषेक समेत अन्य धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। मंदिरों में हर-हर महादेव के जयकारों गूंज रहे हैं। मनकामेश्वर मंदिर, बुद्धेश्वर मंदिर, गोसाईगंज के कासिमपुर में झारखंडेश्वर महादेव मंदिर और राजेंद्र नगर स्थित महाकाल मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए रविवार रात 12 बजे के बाद से ही भक्त अपने अराध्या के दर्शन के लिए कतार में लगे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। मंदिरों के आसपास महिला और पुरुष पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
भांग-मेवे से बाबा का श्रृंगार
राजेंद्र नगर स्थित महाकाल मंदिर में सुबह चार बजे भस्म आरती के लिए बाबा का भांग व मेवे से शृंगार किया गया। इसके बाद भस्म आरती से शृंगार हुआ। भगवान शंकर को भोग के बाद भक्तों के जलाभिषेक के लिए पट खोल दिए गए। मंदिर के आचार्य अतुल मिश्रा ने बताया कि भक्तों के दर्शन-पूजन का सिलसिला दोपहर 12 बजे तक चलेगा और फिर पट बंद कर दिए जाएंगे। दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक रुद्राभिषेक किया जाएगा। शाम 4:30 बजे से बाबा का शृंगार होने के बाद पट खुल जाएंगे और फिर रात में आठ बजे भव्य आरती होगी। रात 10:30 बजे शयन मंगल आरती के बाद पट बंद कर दिए जाएंगे।
बुद्धेश्वर मंदिर में सुबह तीन बजे खुले कपाट
मोहन रोड स्थित बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में भोर तीन बजे भक्तों के लिए कपाट खुलने के बाद छह बजे पहली आरती हुई। मंदिर में दोपहर 12 बजे भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया जाएगा। रात 11 बजे शृंगार के बाद कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इसी तरह से मनकामेश्वर मंदिर में भी बाबा के दर्शन को लेकर रात 12 बजे के बाद से ही भक्तों का जुटना शुरू हो गया था। यहां स्त्री-पुरुष की अलग-अलग पंक्तियां बनाई गई हैं जहां बैरिकेडिंग के जरिये दरबार तक जाना होता है। मंदिर की महंत देव्या गिरि ने बताया कि भोर 3:30 बजे मंदिर के कपाट खुलने के बाद बाबा का फूलों से शृंगार व आरती हुई। मंदिर में दिनभर जलाभिषेक किया जा सकेगा। रात में भगवान की शयन आरती के बाद कपाट बंद होंगे।
शिवभक्ति में डूबे श्रद्धालु
गोसाईगंज के कासिमपुर में श्री झारखंडेश्वर मंदिर में सुबह से भक्त भगवान शिव की अराधना कर रहे हैं। मंदिर परिसर और बाहर बमबम भोले के जयघोष गूंज रहे हैं। पुरुष, महिलाएं, बच्चे, नौजवान और बुजुर्ग सभी भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रांगण में भजन-कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रम चल रहे हैं। इसके अलावा बाराबंकी स्थित लोधेश्वर महादेवा मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने आधी रात से ही मंदिर के कपाट खोल दिए तो बम बम भोले के जयघोष से शिवालय गूंज उठा।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर क्या बोले डीसीपी
सेंट्रल लखनऊ के डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मनकामेश्वर मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते सुरक्षा इंतजामों को और बेहतर किया गया है। मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में लाइटिंग और सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। सड़कों की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया है। दुकानों को इस तरह व्यवस्थित किया गया है ताकि रास्ते अधिकतम श्रद्धालुओं के लिए खुले रह सकें।
जानें क्या है मान्यता
मान्यता है कि इसी पवित्र माह में देवी पार्वती (गौरी) की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और देवी गौरी को अपनी अर्धांगिनी रूप में स्वीकार किया। साथ ही, जनश्रुति यह भी है कि हर साल इसी माह में महादेव अपने ससुराल भी जाते हैं। ऐसे में यह पूरा बेहद पवित्र माना जाता है।
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