Advertisment

बच्चों को अपनापन दीजिए, समाधान खुद मिलेगा : सेन

प्रदेश की बाल एवं किशोर देखरेख संस्थाओं में प्रतिनियुक्त शिक्षकों की क्षमताओं को सुदृढ़ करने के लिए एससीईआरटीके गंगा सभागार में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हुआ।

author-image
Deepak Yadav
education

बाल और किशोर देखरेख संस्थाओं में प्रतिनियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण संपन्न Photograph: (YBN)

  • बाल और किशोर देखरेख संस्थाओं में प्रतिनियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण संपन्न
  • 16 जनपदों के 46 प्रतिनियुक्त शिक्षक हुए प्रशिक्षित

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। प्रदेश की बाल एवं किशोर देखरेख संस्थाओं में प्रतिनियुक्त शिक्षकों की क्षमताओं को सुदृढ़ करने के लिए एससीईआरटीके गंगा सभागार में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण में 16 जनपदों के 46 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। समापन सत्र में बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने शिक्षकों से कहा कि बच्चों को अपनत्व और संवेदना देना ही उनकी समस्याओं के समाधान का पहला कदम है। 

बच्चों से भावनात्मक जुड़ाव पर जोर

शर्मा ने कहा कि जब आप इन बच्चों को अपने बच्चों की तरह समझकर उनकी भावनाओं से जुड़ेंगे, तो उनके समाधान स्वतः ही सामने आने लगेंगे। हमेशा ध्यान रखें कि जिस बच्चे को आप पढ़ा रहे हैं, वह आपकी किसी भी परेशानी का कारण नहीं है।उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण से मिली सीख इन किशोरों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। एपीएस ने कहा कि प्रशिक्षण शिक्षकों को चुनौतियों से निपटने में समर्थ बनाएगा। इससे शिक्षकों के अनुभवों से प्रशिक्षण मॉड्यूल को और प्रभावी बनाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से फीडबैक लेकर कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया।

अपराधी, पीड़ित और अनाथ किशोरों को शिक्षा से जोड़ना लक्ष्य       

प्रशिक्षण का उद्देश्य 12 से 18 वर्ष के उन किशोरों को शिक्षा से जोड़ना है, जो किसी कारणवश अपराध कर चुके हैं। या फिर अपराध के शिकार, पीड़ित, परित्यक्त या अनाथ हैं। ये किशोर प्रदेश के 53 चिल्ड्रेन होम्स और सरकारी ऑब्जर्वेशन होम्स में  हैं। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को किशोर मनोविज्ञान की समझ, संस्थागत वातावरण में शिक्षण के उपयुक्त तरीके, शिक्षा में रुचि विकसित करने के उपाय तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कौशल से अवगत कराया गया।

Advertisment

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम का आयोजन उच्च न्यायालय के किशोर न्याय समिति के तत्वावधान में तथा यूनिसेफ द्वारा विकसित मॉड्यूल पर आधारित प्रशिक्षण के रूप में किया गया। निदेशक एससीईआरटी डॉ. गणेश कुमार द्वारा अतिथियों के स्वागत उपरांत शुरू हुए सत्र में उपनिदेशक, महिला कल्याण ब्रजेन्द्र सिंह निरंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

 Education | up teachers tranning

यह भी पढ़ें- BBAU में इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ी, अब इस दिन तक कर सकेंगे आवेदन

यह भी पढ़ें- अनपरा ई-ओबरा डी ज्वाइंट वेंचर के ढाई साल बाद शुरू नहीं, उत्पादन निगम को परियोजनाएं सौंपने की मांग

Advertisment

यह भी पढ़ें- चार माह से नहीं मिला वेतन : बिजली संविदा कर्मियों का उपकेंद्र पर प्रदर्शन, प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

यह भी पढ़ें- Power Cut : लखनऊ के इन इलाकों में आज गुल रहेगी बिजली

Education
Advertisment
Advertisment