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Akhilesh Yadav Photograph: (Social Media)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शिक्षा व्यवस्था की कथित बदहाल स्थिति को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने प्रचार-प्रसार के खर्च में कटौती कर शिक्षा के लिए बजट का इंतजाम करना चाहिए। सपा मुखिया ने दूसरे देशों में टीचर-स्टूडेंट का अनुपात का हवाला देते हुए कहा कि सरकार शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार और शिक्षकों की भर्ती करने के बजाय अपनी छवि चमकाने में धन बर्बाद कर रही है।
आत्मप्रचार पर नहीं शिक्षा पर खर्च करें
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि माना जाता है कि शिक्षा की आदर्श व्यवस्था में 20 छात्रों के लिए एक अध्यापक होना चाहिए। इसे ‘टीचर-स्टूडेंट अनुपात’ के रूप में 1:20 भी कहा जाता है। उप्र की भाजपा सरकार चूंकि हर काम लाभ-हानि की कारोबारी मानसिकता से करती है। इसीलिए वो पढ़ाई के मामले में भी यही कर रही है और बजट न होने का हवाला दे रही है। यदि भाजपाई मुख्यमंत्री आत्म प्रचार के खर्चे को ही कम कर दें तो बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे का पूरा इंतजाम हो जाएगा।
बच्चों की पढ़ाई के हक की ढाल बनेगी पीडीए पाठशाला
उन्होंने आगे लिखा कि हर चीज को व्यापार समझने वाले भाजपाइयों को कोई समझाए कि शिक्षा आय-व्यय और फायदे-नुकसान की तराजू पर तौली जाने वाली कोई चीज नहीं होती है। शिक्षा और प्रतिभा को प्रोत्साहन हमारी प्राथमिकता रही है और सदैव रहेगी। जब-जब भाजपा सरकार स्कूल बंद करेगी, तब-तब ‘पीडीए पाठशाला’ अपनी सकारात्मक और सार्थक भूमिका निभाएगी, बच्चों की पढ़ाई के हक़ के लिए ढाल बन जाएगी। दरअसल कमी कोष की नहीं, सोच की है।
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