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प्रशिक्षु अधिकारियों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का उत्तर देते डीजीपी राजीव कृष्णा।
लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्णा और राज्य के प्रशासनिक सेवा के भविष्य निर्माता—2024 बैच के आईएएस प्रशिक्षु अधिकारियों के बीच 14 जुलाई 2025 को लखनऊ पुलिस मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण संवाद आयोजित हुआ। इस भेंटवार्ता का उद्देश्य पुलिस-प्रशासन के समन्वय, साइबर अपराध रोकथाम और भूमि विवादों के समाधान जैसे अहम विषयों पर चर्चा करना था।
प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य बेहतर तालमेल का होना बहुत जरूरी
डीजीपी ने प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य बेहतर तालमेल का होना बहुत जरूरी है। बेहतर तालमेल के आधार पर ही कानून व्यवस्था के दौरान मौके की स्थिति के अनुसार पुलिस बल का व्यस्थापन एवं निरोधात्मक कार्यवाहियों के द्वारा ही कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाला जा सकता है।साइबर क्राइम के बारे में बताते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं सम्पूर्ण भारत वर्ष में साइबर क्राइम से रोकथाम की दिशा में बहुत अधिक कार्य किया है भारत सरकार की हेल्प लाइन नम्बर 1930 साइबर रोकथाम की दिशा में बहुत कारगर सिद्ध हो रही है।
जमीन संबंधी विवाद को समय से निस्तारण से अपराध पर लगेगा अंकुश
पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि जमीन सम्बंधी जो प्रकरण होते हैं उनके निस्तारण में आप लोगों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जमीन सम्बंधी प्रकरणों को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप पूर्ण पारदर्शिता के साथ निस्तारित करना चाहिये क्योंकि ज्यादातर घटनायें जमीन के विवाद के कारण होती हैं। इन विवादों का समय रखते सही निस्तारण होने से काफी घटनाओं को होने से रोका जा सकता है तथा जमीन सम्बंधी सभी अभिलेखों का अनलाइन अभिलेखीकरण होने से भी निस्तारण में काफी सहायता मिलेगी। शासन द्वारा जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु चलायी जा रही लाभप्रद आईजीआरएस योजना पर प्राप्त होने वाले प्रकरणों का प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा आपसी समन्वय से गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण किया जाना चाहिये।अन्त में पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा प्रशिक्षु आईएएस अधिकरियों के उज्जवल भविष्य की कामना की गयी तथा प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के साथ भ्रमण पर आये हुए श्री एल. वेंकटेश्वर लू, अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश शासन को मोमेन्टो भेंट कर सम्मानित किया गया।
फॉरेन्सिंक विभाग की जानकारी व उपलब्धियों के बारे में दी जानकारी
पुलिस मुख्यालय भ्रमण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय में तिलोत्तमा वर्मा, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, दीपेश जुनेजा, पुलिस महानिदेशक अभियोजन एवं बीडी पॉल्सन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण द्वारा पुलिस प्रशिक्षण, पुलिस रेगुलेशन, अभियोजन एवं सीबीसीआईडी सम्बन्धित कार्यो की जानकारी दी गयी। तकनीकी सेवाएं मुख्यालय में भ्रमण के दौरान नवीन अरोड़ा, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं द्वारा सीसीटीएनएस, प्रचलित एप्स एवं फॉरेन्सिंक विभाग की जानकारी व उपलब्धियों के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया। साइबर क्राइम मुख्यालय में भ्रमण के दौरान बिनोद कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम द्वारा साइबर क्राइम के रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया।
संगठित अपराध की रोकथाम के दिए टिप्स
कानून-व्यवस्था में भ्रमण के दौरान अमिताभ यश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था द्वारा राज्य में अपराध एवं कानून-व्यवस्था का परिदृश्य एवं पुलिस द्वारा संगठित अपराध पर रोकथाम हेतु की जा रही कार्यवाहियों के बारे में जानकारी दी गयी। पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेंटर के भ्रमण के दौरान राहुल श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक/पीआरओ, सोशल मीडिया सेल द्वारा सोशल मीडिया द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी। तत्पश्चात प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों द्वारा मुख्यालय-112 का भ्रमण किया गया जहां नीरा रावत, पुलिस महानिदेशक-112 द्वारा इमरजेन्सी रिस्पांस टाइम के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा मुख्यालय-1090 के भ्रमण के दौरान पद्मजा चौहान, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा संगठन के कार्यो की जानकारी प्रस्तुतिकरण के माध्यम से दी गयी।
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