Advertisment

UP News: अखिलेश यादव बने मैथ्‍स टीचर, समझाया हक का गणित : 18000-14 = 17986

बिहार और उत्‍तर प्रदेश में वोटों की चोरी को लेकर राजनीति चरम पर है। बिहार में जहां विपक्ष मतदाता अधिकार यात्रा निकाल रहा है तो यहां यूपी में समाजवादी पार्टी के मुखिया गणित अध्‍यापक बनकर 'हक का गणित' समझा रहे हैं। जानिए पूरा मामला।

author-image
Vivek Srivastav
21 aug 4

सपा मुखिया अखिलेश यादव का फाइल फोटो। Photograph: (सोशल मीडिया)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्‍तर प्रदेश में वोट चोरी का मामला, आरोप-प्रत्‍यारोप के दौर में रोज एक नई शक्‍ल अख्तियार करता जा रहा है। पहले चुनाव आयोग द्वारा यह कहना कि समाजवादी पार्टी ने 18,000 शपथपत्र दिए ही नहीं, फ‍िर सपा मुखिया का आयोग द्वारा शपथपत्र प्राप्ति की डिजिटल रसीदें दिखाना और फ‍िर जिलाधिकारियों के सफाई देने का क्रम शुरू होना। अब इसे लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक बार फ‍िर सियासी हमला बोला है।

17,986 का हिसाब बाकी है

सपा मुखिया अखिलेश यादव( akhileshyadav) ने सोशल मीडिया एक्‍स पर कहा कि चुनाव आयोग से लेकर जिलाधिकारी तक और सीओ से लेकर लेखपाल तक, सब जुगाड़ करने के बाद भी 'भाजपा-चुनाव आयोग-जिलाधिकारी की तिकड़ी' अभी तक, हमारे द्वारा दिए गए 18,000 एफ‍िडेविट में से सिर्फ 14 शपथपत्रों के बारे में ही, वो भी 'आधी-अधूरी-निराधार' सफाई दे पायी है। उन्‍होंने आगे कहा कि 18,000 हलफनामों में से 14 को कम भी कर दें, तो भी 17,986 का हिसाब बाकी है। यही है हक का गणित।
आखिर में सपा मुखिया(samajwadi party) ने कहा, न चलेगी हकमारी, न मतमारी, इस बार PDA सरकार हमारी। 

यह भी पढ़ें- आगे बढ़ी निजीकरण प्रक्रिया : बिजली कर्मी बिफरे, टेंडर पर कार्य बहिष्कार, जेल

यह भी पढ़ें- लिफाफा लेने वाले एसडीएम हटाए गए, डीएम ने एडीएम को सौंपी जांच

Advertisment

यह भी पढ़ें- शुभांशु शुक्ला का लखनऊ में गर्मजोशी से होगा स्वागत, ग्रुप कैप्टन इस दिन आ सकते हैं गृह जनपद

यह भी पढ़ें- निजीकरण मसौदे की मंजूरी को नियामक आयोग जाएंगे आला अफसर, उपभोक्ता परिषद ने भी कसी कमर

Akhilesh vs EC | Akhilesh Yada PDA | latest up news | UP news 2025 | up news | up news hindi | up news in hindi 

samajwadi party up news latest up news Akhilesh Yada PDA up news in hindi akhileshyadav up news hindi UP news 2025 Akhilesh vs EC
Advertisment
Advertisment