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पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह व बाबा रामदेव का फाइल फोटो। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। खबरों में रहना जैसे उनकी नियति है और जब खबरें नहीं होतीं तो खुद ही बना देते हैं। उनके नाम उपमाएं भी कम नहीं, कोई बाहुबली कहता है तो कोई गरीबों का रॉबिनहुड, लेकिन वे करते वही हैं जो उनके मन को भाए। जी हां, हम बात कर रहे हैं भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व सांसद बृजजभूषण शरण सिंह की, जो एक बार फिर बाबा रामदेव के खिलाफ अपशब्द बोल गए। गोंडा में भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित एक समारोह में वह फिर बाबा रामदेव के खिलाफ विवादित बोल बोल गए। उन्होंने कहा- 'वह काना रामदेव जिसके नाम पर कमा खा रहा है, वह पतंजलि ऋषि भी गोंडा के रहने वाले हैं।'
दुश्मनी की वजह क्या है?
आखिर बाबा रामदेव से बृजजभूषण शरण सिंह की दुश्मनी की वजह क्या है? वजह कुछ भी हो लेकिन तल्खी नई नहीं है। बृजजभूषण शरण सिंह पहले भी बाबा रामदेव के खिलाफ बोलते रहे हैं। खुलकर बोलते रहे हैं और बाबा रामदेव की तरफ से भी जवाबी हमले हुए हैं। यहां तक कि बृजजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जब पहलवानों ने प्रदर्शन किया तो बाबा रामदेव ने खुलकर उनका साथ दिया। बृजजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की बात तक कर डाली। बृजजभूषण शरण सिंह, बाबा रामदेव को मिलावटखोर कहते रहे हैं और उनके उत्पादों के सबसे बड़े आलोचक हैं।
महर्षि पतंजलि की सुध न लेने का आरोप
आइए आते हैं कि बाबा रामदेव और बृजजभूषण शरण सिंह में दुश्मनी की शुरुआत कहां से हुई? लगभग ढाई साल पहले चलते हैं जब बृजजभूषण शरण सिंह ने कहा था- 'बाबा रामदेव और आचार्य बालकिशन ने महर्षि पतंजलि के नाम का उपयोग करके अरबों-खरबों की सम्पत्ति खड़ी कर ली है, लेकिन एक बार भी महर्षि पतंजलि की सुध नहीं ली। अगर बाबा रामदेव ने महर्षि पतंजलि का नाम अपने ब्रांड में इस्तेमाल करना बंद नहीं किया तो इसके खिलाफ आंदोलन से लेकर कानूनी लड़ाई शुरू की जाएगी।' बृजभूषण शरण सिंह ने जब यह कहा तो उसे मीडिया ने हाथोंहाथ लिया था। इसके बाद पतंजलि संस्थान की और से बृजजभूषण शरण सिंह को नोटिस जारी किया गया था।
महर्षि पतंजलि की कहानी
दरअसल, महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि गोंडा में ही कोंडर ग्राम में स्थित है और अयोध्या से महज 22 किमी पर है। यहां एक झील भी है, जिसका पानी कभी सूखता नहीं था लेकिन अब पूरी तरह झील सूख चुकी है। बृजजभूषण शरण सिंह का मानना है कि यदि बाबा( Baba Ramdev) उनके नाम का उपयोग एक ब्रांड के रूप में कर रहे हैं, तो उनकी जन्मस्थली का भी जीर्णोद्धार करना उनका दायित्व है। खैर यह तो प्रत्यक्ष कारण हैं। परदे के पीछे की कुछ अलग कहानियां भी हो सकती हैं। बृजजभूषण शरण सिंह के बयान पर बाबा रामदेव की ओर से अभी कोई जवाब नहीं आया है। संभव है कि जल्द ही आए भी।
फिलहाल तो भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजजभूषण शरण सिंह अपने ताजा बयान को लेकर चर्चा में हैं, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है। चर्चा में वह वैसे भी हमेशा ही रहते हैं, चाहे वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलें, हेलिकॉप्टर से चलें या फिर कुश्ती संघ की राजनीति पर कुछ भी बोलें।
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