लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर-प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (UPRNN) के पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) पर टेंडर प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। आरोपों के अनुसार निगम के कई टेंडरों को जारी करने के बदले में पूर्व एमडी ने दो करोड़ रुपये से अधिक की अवैध वसूली की।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पद से हटाए जाने के ठीक एक दिन पहले एक अहम टेंडर के लिए 33 लाख रुपये कमीशन लेने के बाद ही उन्होंने उस पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान जब तक उन्हें कथित कमीशन नहीं मिला तब उन्होंने उस टेंडर को रोके रखा।
जमकर वसूले कमीशन
सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या और बलरामपुर जिलों में निर्माणाधीन परियोजनाओं में कार्यरत फर्मों को वित्तीय लाभ पहुंचाने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजरों का स्थानांतरण और फेरबदल किया गया। इतना ही नहीं राम मंदिर निर्माण कार्यों के नाम पर भी UPRNN के जीएम और प्रोजेक्ट मैनेजरों से कथित तौर पर कमीशन वसूले गए, जिससे धार्मिक आस्था से जुड़े कार्यों को भी भ्रष्टाचार की आंच से नहीं बख्शा गया। फिलहाल यह मामला उच्च अधिकारियों और सतर्कता विभाग के संज्ञान में आ चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसकी विस्तृत जांच शुरू होगी और कार्रवाई होगी।
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