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व्यास आचार्य प्रवीण शास्त्री Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता मुरादाबाद में रेलवे हरथला कालोनी स्थित श्री शिव मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन हरिद्वार से पधारे कथा व्यास आचार्य प्रवीण शास्त्री ने भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के बाद श्री कृष्ण भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन किया।
आचार्य ने बताया कि कैसे श्रीकृष्ण ने इंद्र के घमंड का मर्दन किय
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व्यास ने कहा कि भगवान के मधुर चरित्र जीव को श्रवण करना चाहिए। यही जीवन का लक्ष्य है कथा के अंत में व्यास ने गोवर्धन पूजा में बताया कि भगवान ने इन्द्र के अभिमान को तोड़ने के लिए गोवर्धन लीला की l जीव को कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए एक ओर भगवान ने इन्द्र का अभिमान चकनाचूर किया और दूसरी तरफ भगवान ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्का उंगली पर धारण करके रखा।
पूजन मुख्य आचार्य सतीश उनियाल के निर्देशन में आचार्य दुर्गेश प्रसाद गौड़ ने किया। कथा में मुख्य यजमान केशव मदान, अरुणा, ध्वनि, जितेंद्र रहे। डॉ आशीष पूरी, डॉ पायल पूरी, राकेश शर्मा, शमशेर मदनानी, धन सिंह, मूलचंद तोमर, संजीव यादव, संजीव चौहान, सुमन सिंह, शोभा, रजनी वर्मा, तरुणा देवी, कविशा आदि मौजूद रहें।
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