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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता l ठाकुरद्वारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान अवैध वसूली और अभद्रता के आरोप में घिरीं स्वास्थ्य कर्मियों को जांच के बाद क्लीन चिट मिल गई है। अधीक्षक डॉ. शिल्पी चौधरी ने जांच रिपोर्ट समाधान दिवस अधिकारी को भेज दी है, जिसमें उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है।
डॉ. शिल्पी चौधरी ने आरोपी कर्मचारी विनीता, ज्योति व शिखा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा
गांव रतूपुरा निवासी इरफान अली ने 20 सितंबर को समाधान दिवस में शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी को प्रसव के लिए जच्चा बच्चा केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां ड्यूटी पर मौजूद महिला कर्मचारियों ने उससे पांच हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगे। रुपये न देने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रसव के दौरान पत्नी और बच्चे की अनदेखी की, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गई और उन्हें निजी अस्पताल में उपचार कराना पड़ा।
समाधान दिवस अधिकारी ने मामले की जांच अधीक्षक डॉ. शिल्पी चौधरी को सौंपी थी। डॉ. शिल्पी चौधरी ने आरोपी कर्मचारी विनीता, ज्योति व शिखा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। जांच में पाया गया कि विनीता और ज्योति ड्यूटी पर थीं, जबकि शिखा ड्यूटी पर नहीं थी। विनीता और ज्योति ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि उन्होंने कोई पैसा नहीं मांगा और न ही दुर्व्यवहार किया।
अधीक्षक डॉ. शिल्पी चौधरी ने जांच रिपोर्ट में सभी आरोपों को निराधार बताया है। हालांकि शिकायतकर्ता इरफान अली ने जांच को पक्षपातपूर्ण बताया है। अब देखना यह होगा कि आगे इस मामले में क्या कार्रवाई होती है l
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