MDA: भू-माफिया ने बदला मानसरोवर कम्यूनिटी सेंटर का मूर्तस्वरूप, अंधा बना एमडीए
मानसरोवर योजना के बाशिंदो ने बताया कि कम्यूनिटी सेंटर को भीतर से इस तरह बदल दिया गया है, वहां अय्याशी और रातें रंगीन करने के सारे साजो सामान जुटा दिये गये हैं। अंदर बीयर बार बना दिया गया है, जहां रात की रंगीन रोशनी में बीयर कम, मदिरा अधिक परोसी जाती है।
मुरादाबाद, वाईबीएन, संवाददाता। आप ने दिल्ली जाने के लिए अगर किराये की टैक्सी ली है तो इसका मतलब यह नहीं कि चुपचाप टैक्सी की नई स्टैपनी उठाकर अपने पास रख ली और उसकी जगह फटे टायर वाली स्टैपनी रख दी। यह इजाजत टैक्सी स्वामी आपको नहीं देता है, मगर मानसरोवर योजना के कम्यूनिटी सेंटर में यही हो रहा है, जिसकी जानकारी मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) को या तो है नहीं, अथवा है तो वह जानबूझकर अंधा बना हुआ है।
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एमडीए ने जब मानसरोवर योजना की प्लानिंग तो उसने कम्यूनिटी सेंटर भी प्रस्तावित किया, जिसके नक्शे में स्वीमिंग पूल,आर्ट गैलरी,जिमनेजियम, पार्क आदि बनाने प्रावधान किया गया। फलस्वरूप यह बनकर तैयार भी हो गया। मगर शुरूआती दिनों में बसाहट कम होने के चलते आरडब्लूए का गठन नहीं हुआ था। इसका फायदा उठाते हुए एक दबंग भू-माफिया ने एमडीए के अधिकारियों से सांठ-गांठ की और वहां के एक क्रप्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को जाल में फांसा और कम्यूनिटी सेंटर को किराये पर ले लिया।
सात हजार वर्ग मीटर में है कम्यूनिटी सेंटर
करोड़ों कीमत की सात हजार वर्ग मीटर पर फैले भूभाग में बने कम्यूनिटी सेंटर का किराया महज चंद हजार रूपये महीना जा रहा है। छोटे-छोटे मकानों पर बुलडोजर चलाने वाला एमडीए पिछले दो दशकों से अंधा बना हुआ है। उसे कम्यूनिटी सेंटर नहीं दिखाई दे रहा है। मानसरोवर योजना में रहने वाले लोगों ने बताया कि भू-माफिया कम्यूनिटी सेंटर का मूर्तस्वरूप बदल दिया है। उसने बहुत सारे स्थाई निर्माण कर लिये हैं, जो भीतर से देखने पर अब कम्यूनिटी सेंटर लगता ही नहीं है।
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अय्याशी का अड्डा बन गया कम्यूनिटी सेंटर
मानसरोवर योजना के बाशिंदो ने बताया कि कम्यूनिटी सेंटर को भीतर से इस तरह बदल दिया गया है, वहां अय्याशी और रातें रंगीन करने के सारे साजो सामान जुटा दिये गये हैं। अंदर बीयर बार बना दिया गया है, जहां रात की रंगीन रोशनी में बीयर कम, मदिरा अधिक परोसी जाती है। बताया कि अब आप लोग खुद सोचिये मानसरोवर आवासीय योजना में इस तरह के अनाधिकृत व्यावसायिक गतिविधियां होंगी तो बच्चों पर किस तरह का संस्कार में विकसित होंगे। इसलिए इस गंदगी को यहां हटाया जाना नितांत आवश्यक है।
एमडीए उपाध्यक्ष अनुभव सिंह।
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अध्ययन करना होगा: वीसी
एमडीए के नवागत वीसी अनुभव सिंह बताते हैं कि मानसरोवर योजना के कम्यूनिटी सेंटर की लीज की शर्तों का अध्ययन करना होगा। इस पर काम करने के लिए कर्मचारियों से कहा गया है।