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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता l मुरादाबाद में 'मुलायम सिंह की कोठी' को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। समाजवादी पार्टी इस कोठी का इस्तेमाल जिला कार्यालय के तौर पर कर रही है, लेकिन जिला प्रशासन ने इसे खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है। अब सपा ने प्रशासन के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला
साल 1994 में यह कोठी तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के नाम पर आवंटित की गई थी। 2022 में मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया, लेकिन इसके बाद भी कोठी का आवंटन किसी और के नाम पर ट्रांसफर नहीं कराया गया। कोठी का किराया भी जमा नहीं किया गया है, जिसकी वजह से आवंटन को निरस्त कर दिया गया है। मुरादाबाद प्रशासन की ओर से 31 जुलाई को सपा को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें कोठी खाली करने के लिए कहा गया था।
सपा जिलाध्यक्ष जयवीर यादव की ओर से दाखिल की गई रिट में प्रशासन के आदेश को चुनौती दी गई है। अब इस मामले में हाईकोर्ट का फैसला आने तक कोठी पर सपा का कब्जा बना रहेगा।
अब देखना यह है कि हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाता है और क्या सपा को कोठी पर अपना कब्जा बनाए रखने की अनुमति मिलती है या नहीं।
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