वाल्मीकी समाज के नेता को नगर निगम के अफसरों ने धमकाया और पत्नी का किया डिमोशन
28 अप्रैल को नगर निगम बोर्ड की बैठक दौरान अफसरों की गाड़ी रोकना वाल्मीकी समाज के नेता को मंहगा पड़ गया। बदले की कार्रवाई में नगर निगम अफसरों ने वाल्मीकी समाज के नेता लल्ला बाबू दृविड़ को भू-माफिया बता दिया और निगम में कार्यरत उनकी पत्नी का डिमोशन कर दिया।
मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। 28 अप्रैल को नगर निगम बोर्ड की बैठक दौरान अफसरों की गाड़ी वाल्मीकी समाज के नेता को मंहगा पड़ गया। बदले की कार्रवाई करते हुए नगर निगम अफसरों ने वाल्मीकी समाज के नेता लल्ला बाबू दृविड़ को भू-माफिया बता दिया और निगम में कार्यरत उनकी पत्नी डिमोशन कर दिया। यह जानकारी पत्रकारों को लल्ला बाबू द्रविड़ ने स्वयं दी। पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों को बताया कि उन्होंने नगर निगम में 40 साल नौकरी की और अब अपने लोगों के हक की आवाज उठाता हूं तो इसमें कोई बुराई नहीं है। मेरे ऊपर निगम अफसरों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। बिना किसी ठोस सबूत के बदनाम किया जा रहा है। भू-माफिया तक बताया जा रहा है। मैं वाल्मीकि समाज का नेता हूं।
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28 अप्रैल को एक ओर जहां पत्रकारों को बोर्ड की बैठक से महरूम करके विधानसभा से अधिक महत्वपूर्ण नगर निगम की बंद कमरे में बैठक चल रही थी, वहीं बाहर निगम कर्मी धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। - फाइल फोटो।
निगम अफसरों के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे। पूरे मामले को समाज की महापंचायत में रखा जाएगा। यह बात गुरुवार को लोनिवि गेस्ट हाउस में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के नेता लल्ला बाबू दृविड़ ने पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि समाज का नेता होने के नाते समय-समय पर कर्मचारियों की समस्याओं को उठाता रहता हूं। निगम बोर्ड की बैठक के दौरान अधिकारियों की गाड़ी जरूर कर्मचारियों द्वारा रोक ली गई थी।
लल्ला बाबू द्रविड़ ने कहा कि निगम के अफसरों ने मुझे अपराधी बना दिया। हरथला में टायलेट पर कब्जा करने आरोप लगाया है। मेरा निगम की किसी भी प्रापर्टी पर कोई भी कब्जा नहीं है। पत्नी निगम में सुपरवाइजर के पद पर तैनात हैं। उनका डिमोशन कर दिया गया। यह एक पक्षीय कार्रवाई है। कहा कि मुझे निगम के प्रशासनिक अधिकारियों से जान का खतरा है।