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Moradabad:बोगस बिल और फर्जी कंपनियों के सहारे नोमान मंसूरी बना करोड़पति, थाने में बैठता है ऐसे अधिकारी हो जैसे

नोमान मंसूरी नाम का ये व्यक्ति फर्जी बिल और फर्जी कंपनिया बनाने का बेताज बादशाह बताया जाता है।नोमान मंसूरी कुछ वर्ष पहले तक एक आर्टिजन कार्डधारक हुआ करता था। देखते ही देखते ये व्यक्ति फर्जी कंपनियों और बोगस बिल का सहारा लेकर उद्योगपति बन गया

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Roopak Tyagi
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थाने में माइक हाथ में लेकर जनता को संबोधित करता क्षेत्र का संभ्रांत व्यक्ति

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मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता

मुरादाबाद:बोगस बिल और फर्जी कंपनियों का सहारा लेकर मुगलपुरा थाना क्षेत्र का रहने वाला एक व्यक्ति करोड़पति बन गया। जिसकी विभाग को भनक तक नहीं लगी,लगती भी कैसे ये व्यक्ति अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए आए दिन प्रशासनिक अमले के स्वागत में कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। जिले के प्रशासनिक अमले का कोई अधिकारी ऐसा नहीं है जिसे इस व्यक्ति द्वारा कार्यक्रम में ना बुलाया हो। जी हां हम बात कर रहे हैं बोगस बिल,फर्जी कंपनिया और फर्जी एनजीओ चलाने वाले नोमान मंसूरी की। जिसने मुरादाबाद के इतिहास में जीएसटी चोरी का फर्जीवाड़ा करके अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया है।

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कुछ समय पहले तक था आर्टिजन कार्डधारक,कैसे बना करोड़ों का मालिक

नोमान मंसूरी नाम का ये व्यक्ति फर्जी बिल और फर्जी कंपनिया बनाने का बेताज बादशाह बताया जाता है।नोमान मंसूरी कुछ वर्ष पहले तक एक आर्टिजन कार्डधारक हुआ करता था। देखते ही देखते ये व्यक्ति फर्जी कंपनियों और बोगस बिल का सहारा लेकर उद्योगपति बन गया और प्रशासन के अधिकारियों में अच्छी पैठ बना ली। 

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नोमान मंसूरी को पुलिस मानती है संभ्रांत व्यक्ति

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गुरुवार को थाना मुगलपुरा पर आने वाले त्योहार को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें अधिकारियों के साथ साथ क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों को भी बुलाया गया था। जिसमें नोमान मंसूरी भी संभ्रांत व्यक्तियों के बीच बैठा देखा गया।इतना ही नहीं नोमान मंसूरी ने वहां मौजूद व्यक्तियों को माइक के माध्यम से संबोधित भी किया।2 दिन पहले ही जीएसटी की एसआईबी टीम ने नोमान मंसूरी की फर्जी कंपनियों पर छापेमारी की थी। जिसमें जीएसटी की एसआईबी टीम के साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। सवाल नोमान मंसूरी पर नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन पर है कि कल तक जो पुलिस और जीएसटी स्टाफ की नजर में जीएसटी चोर था आज पुलिस के लिए संभ्रांत व्यक्ति कैसे बन गया।

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फैक्ट्री के आगे लगा रखें हैं बड़े बड़े शिलापट 

बीते मंगलवार को एसआईबी की टीम ने मुरादाबाद के संभल रोड स्थित फरीदपुर वीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित नोमान मंसूरी की फैक्ट्री रॉ मैटीरियल बैंक और मुरादाबाद मेटल्स कंपनी प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा था। इस छापेमारी में टीम ने फर्म के दस्तावेजों को खंगाला था साथ ही बिक्री और खरीद के रिकॉर्ड की जांच की तो जीएसटी की बड़ी चोरी पकड़ में आई है। बोगस बिलों के जरिये बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। जिसमें जीएसटी कमिश्नर आर एस सेठ ने एक करोड़ तिहत्तर लाख रुपए की जीएसटी चोरी पकड़ी थी।साथ ही कुछ कागजात भी जब्त किए थे जिनकी जांच की जा रही है।इसके अलावा एसआईबी की टीम इंद्रा चौक स्थित फर्म स्वामी नोमान मंसूरी के निवास पर भी पहुंची।मिली जानकारी के मुताबिक नोमान मंसूरी ने कई फर्म खोली थीं और उनकी आड़ लेकर जीएसटी की चोरी करता था। फरीदपुर वीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में जीएसटी की एसआईबी टीम ने जब छापा मारा तो वहां स्थित फर्मकर्मी चौंक गए। वहां मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि ये फैक्ट्री साल में एक या दो बार ही खुलती है। इस कंपनी के बाहर शिलापट को देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी बड़े नेता की फैक्ट्री हो क्योंकि उन शिलापट पर बड़ी बड़ी हस्तियों के नाम लिखवा रखें हैं।नोमान मंसूरी ने इससे पहले भी ना जाने कितनी कंपनी खोली हैं। इसका कुछ समझ नहीं आता क्या करता है।

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