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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता मुरादाबाद के वन स्टॉप सेंटर की सक्रियता और प्रभावी काउंसिलिंग ने महिला के परिवार को टूटने से बचा लिया। सेंटर मैनेजर गुंजन शर्मा ने बताया कि महिला ने कुछ दिनों पहले सेंटर पहुंचकर अपनी पीड़ा साझा की थी। उनके पति द्वारा लंबे समय से की जा रही मारपीट और मानसिक शोषण के साथ-साथ बच्चों के पालन-पोषण और पारिवारिक जिम्मेदारियों की अनदेखी ने महिला को वन स्टॉप सेंटर की शरण में आने को मजबूर कर दिया था।
टीम ने महिला के पति को वन स्टॉप सेंटर में बुलाकर काउंसिलिंग की
काउंसलर तनिषा दिवाकर और उनकी टीम ने महिला के पति को वन स्टॉप सेंटर में बुलाकर काउंसिलिंग की। उन्हें पारिवारिक मूल्यों और जिम्मेदारियों के बारे में समझाया गया। कई सत्रों की काउंसिलिंग के बाद महिला के पति ने अपनी गलती मानी और भविष्य में परिवार का बेहतर ख्याल रखने का वादा किया।
महिला ने बताया कि उनका पारिवारिक जीवन अब बेहतर हो गया है
महिला ने अपनी पारिवारिक समस्या के समाधान के बाद वन स्टॉप सेंटर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उन्हें सेंटर के बारे में आंगनवाड़ी कार्यकत्री से पता चला था। काउंसलर तनिषा दिवाकर ने बताया कि महिला से फीडबैक लेने पर उन्होंने बताया कि उनका पारिवारिक जीवन अब बेहतर हो गया है।
वन स्टॉप सेंटर जैसी संस्थाएं महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करती हैं और उन्हें संकट की घड़ी में सहायता प्रदान करती हैं। महिला के मामले में सेंटर की काउंसिलिंग ने एक परिवार को टूटने से बचाया और उन्हें नई दिशा दी।
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