मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
किसान मधुमक्खी पालन कर मोटा कारोबार कर रहे हैं।मुरादाबाद के हर ब्लाक के किसान शहद निकाल कर बेचने का काम कर रहे हैं।लेकिन मुरादाबाद में एक किसान ऐसे है,जो एक नहीं बल्कि कई प्रकार का शहद तैयार कर रहे है।इसके साथ ही उन्होंने सरकार की योजना के तहत शहद उत्पादन कर मोटा मुनाफा कमाया है। जिसमे उन्हें सब्सिडी भी मिली है। मुरादाबाद के बिलारी के रहने वाले किसान नेपाल सिंह ने बताया कि शहद हमारे फूलों पर और फूलों के क्षेत्र पर निर्भर करता है।जैसे हम उत्तराखंड हल्द्वानी में जाते है। लीची का शहद लीची के बाघों से हमे प्राप्त होता है।हल्द्वानी के बनो में जाते है,तो वहां से भी हमे शहद मिलता है,उन्होंने कहां की हमारे देश में सबसे ज्यादा उत्पादन सरसों से होता है।जिसका हरियाणा में ज्यादा उत्पादन मिलता है।उन्होंने कहा कि हमे लिप्टिस से भी शहद मिलता है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एक योजना है।मधुमक्खी पालन जिससे दो लाभ है।इसमें हमें शहद भी मिलता है और पॉलिनेशन के माध्यम से फसल की 30% तक उत्पादन बढ़ जाता है।
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16 बक्सों से शुरू किया था काम, अब हुए 300 बक्से
शुरुआत में 16 बक्सों से अपना काम शुरू किया,आज उनके पास टोटल 300 बॉक्स है।जिसके लिए उद्यान विभाग की तरफ से सब्सिडी पर एक छोटी सी यूनिट लगाई थी. अब धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता जा रहा है,इसमें बहुत अच्छा मुनाफा हो रहा है, इसमे किसानों को 35 प्रतिशत सब्सडी मिलती है।जिससे किसानों को लाखों रुपए का मुनाफा हो रहा है और धीरे-धीरे यह कारोबार बढ़ रहा
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