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रामपुर में समाज के लोगों को सम्मानित करते दीन बंधु सेवा दल के सदस्य और मेधावी छात्राओं साइकिलें करते सदस्य। वाईबीएन नेटवर्क
रामपुर, वाईबीएन संवाददाता। सत्य ही कहा गया है...लहरों से डरकर नौका, कभी पार नहीं होती...कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। यह पंक्तियां रामपुर में समाज हित के लिए कार्य कर रहे एक सामाजिक संगठन के लिए बिल्कुल सटीक अर्थ बताती है।
रामपुर के दीनबंधु सेवा दल का कार्य ही इसकी पहचान है। इसका नाम ही गागर में सागर भरने जैसा है। दिसंबर 2017 में एक साथ बैठे पांच शिक्षकों के मन में समाज के दीन दुखियों की सेवा करने का एक साथ अचानक एक योजना का विचार आया कि समाज के लिए कुछ बेहतर किया जाना चाहिए। जिस हाथ तक भी सेवा पहुंच जाए, बेहतर होगा। इसी दृढ़ निष्ठा के साथ 25 दिसंबर 2017 को अम्बेडकर पार्क में आयोजित बैठक में शामिल अध्यापक साथियों ने पूरे सेवा भाव से समाज हित में काम करने का निर्णय लिया और मस्तिष्क में चल रही योजना को धरातल पर लाने निकल पड़े पूरे उत्साह और ज़ुनून के साथ।
बैठक में शामिल सदस्य
संदीप कुमार भाटिया, अमित श्रीवास्तव, महेंद्र हल्दिया, मोहित सक्सेना एवं संजय विरमानी। प्रथम सेवा 31 दिसंबर 2017 को स्टार चौराहे से गुजर रहे भूखे पेट राहगीरों को छोले चावल वितरण से की गई। फिर सिलसिला चल पड़ा और प्रति माह एक और कभी कभी 2 सेवा भी की जाने लगीं। वर्तमान में सेवा दल में लगभग 41 सदस्य हैं जिनमें 14 महिला सदस्य हैं।
सबसे ज्यादा शिक्षक बाकी और भी सेवादार जुड़ते गए
दीनबंधु परिवार में अधिकांश साथी अध्यापक तथा अन्य कार्यों से जुड़े हुए हैं। सहयोग राशि - स्वेच्छा से प्रति माह 1000 रूपए देने वाले 5 सदस्य हैं व शेष सदस्य 500 रुपए प्रति माह सहयोग करते हैं। जिसे अप्रैल 2025 से प्रति माह 600 रुपए कर दिया गया है। कार्यकारिणी के सदस्य हैं– महेंद्र हल्दिया, संदीप कुमार भाटिया, चंचल गुप्ता, राहुल जैन, मोहित सक्सेना, राकेश विश्वकर्मा, जीवन सिंह बिष्ट , रविन्द्र पाल सिंह एवं संतोष प्रसाद।
दीनबंधु दल द्वारा अभी तक की गईं मुख्य सेवायें
सार्वजनिक क्षेत्रों में छोले चावल, कड़ी चावल वितरण करना। विकट गर्मी में राहगीरों को ठंडा मीठा शरबत वितरण करना। कुष्ठ आश्रम में लगातार भोजन, कपड़े आदि की सेवाएं करना। साथ ही वहां पानी के टैंक की व्यवस्था, मंदिर में जीर्णोद्धार करवाया, टाइल्स लगवायी आदि कार्य किए जा चुके हैं। मझरा ताशका स्थित वृद्ध आश्रम में वृद्ध जनों के लिए भोजन, कपड़े आदि की व्यवस्था लगातार की जाती है। वहां के डायनिंग हॉल में काफी पंखे भी दीनबंधु सेवा दल द्वारा लगाए गए हैं। शहर में स्थित गौशाला में गायों को चारा खिलाने, सेवा करने आदि कार्य के लिए समय समय पर दीनबंधु परिवार के सदस्य जाते हैं। कोरोना काल में दीनबंधु सदस्यों द्वारा शहर में घूम घूम कर लोगो को आटा, दाल, चीनी, चावल, नमक आदि आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गई। प्रति वर्ष दिसंबर में अर्ध रात्रि में बिना गर्म कपड़ों के ठंड में सो रहे लोगों को कम्बल की सेवा उपलब्ध करवाई जाती है।
गरीबों को त्योहार मनवाते हैं
दीपावली और होली जैसे बड़े त्यौहारों पर सब्जी बेचने वालों, बच्चों, मजदूरों आदि को मिष्ठान वितरण किया जाता है। प्रति वर्ष सावन के तीसरे रविवार को कांवड़ियों की सेवा हेतु एक विशाल शिविर लगाया जाता है। जिसमें चाय, पकौड़ी,मूंग दाल, केला, रवा का हलवा, बिस्कुट, ठंडाई आदि का वितरण किया जाता है।
मेधावी छात्राओं को साइकिल वितरण
दीनबंधु सेवा दल की सबसे बड़ी वार्षिक सेवा मेधावी छात्र छात्राओं को साइकिल वितरण करना है। प्रत्येक इच्छुक सदस्य अपने विधालय के एक मेधावी विद्यार्थी को साइकिल दिलवाता है। प्रति वर्ष लगभग 25 से 30 साइकिल मेधावी छात्राओं को बांटी जाती है। जिसका भव्य कार्यक्रम सिविल लाइंस स्थित एक नामी होटल में किया जाता है। इस वर्ष साइकिल वितरण कार्यक्रम 29 जून रविवार को आयोजित किया जा रहा है। यदि कोई नियमित साथी दूसरे शहर से हमारे दीनबंधु परिवार में जुड़ा हुआ है तो उसके द्वारा अपने विधालय के मेधावी छात्र को अपने शहर में ही साइकिल वितरित की जाती है।
निर्धनों को इलाज भी कराते हैं
व्यक्तिगत सेवा के अन्तर्गत इलाज के लिए निर्धन कन्या के विवाह को एक निश्चित सहयोग किया जाता है। रामपुर नागरिक समाज के साथ मिलकर ठंडे पानी का एक पियाऊ राधा रोड, सिविल लाइंस में लगवाया गया है जिसका समय-समय पर मरम्मत कार्य भी सेवा दल द्वारा करवाया जाता है। क्षय रोगियों को पोषण पोटली का वितरण समय-समय पर जिला अस्पताल में करवाया जाता है। सेवा दल का केवल एक ही उद्देश्य है कि.......
न हो साथ कोई अकेले चलो तुम, सफलता तुम्हारे कदम चूम लेगी।
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