Advertisment

Rampur News: श्रद्धा और संस्कृति का संगम: रामलीला महोत्सव ने बांधा दर्शकों का मन

शनिवार की रात उत्सव पैलेस रामलीला ग्राउंड भक्ति, कला और संस्कृति का संगम बन गया। मानो पूरा अयोध्या धाम ही रामपुर की धरती पर उतर आया हो। श्रीरामलीला महोत्सव के बारहवें दिन श्रद्धा और उत्साह की ऐसी छटा बिखरी कि हर दर्शक देर रात तक वहीं ठहरने को विवश हो गया।

author-image
Akhilesh Sharma
66

रामलीला मंचन करते कलाकार। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। शनिवार की रात उत्सव पैलेस रामलीला ग्राउंड भक्ति, कला और संस्कृति का संगम बन गया। मानो पूरा अयोध्या धाम ही रामपुर की धरती पर उतर आया हो। श्रीरामलीला महोत्सव के बारहवें दिन श्रद्धा और उत्साह की ऐसी छटा बिखरी कि हर दर्शक देर रात तक वहीं ठहरने को विवश हो गया।

  • जय श्रीराम के नारों से गूंजा रामपुर, झूमे भक्त, मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
  • रासलीला से सीता हरण तक… रामलीला के मंच पर जीवंत हुआ धर्मयुद्ध
  • आस्था, अध्यात्म और कला का अद्भुत उत्सव बना रामपुर का रामलीला महोत्सव
  • राम-सुग्रीव मित्रता से लेकर शबरी प्रसंग तक, दर्शक भावविभोर

सुबह का आरंभ भगवान श्रीकृष्ण की रास और निकुंज लीलाओं से हुआ। नटखट बालकृष्ण की माखन चोरी की अदाओं ने बच्चों को खिलखिलाकर हंसा दिया, वहीं बुजुर्गों की आंखें भक्ति से भीग गईं। पूरा वातावरण इस तरह रस और रंग से सराबोर हो उठा कि दर्शकों को लगा मानो वे वृंदावन की गलियों में पहुंच गए हों।
शाम ढलते ही रामलीला मैदान दैदीप्यमान रोशनी, भजनों और मंत्रोच्चार से जगमगा उठा। रात 8:30 बजे वृंदावन से आए कलाकारों ने मंच संभाला और एक के बाद एक जीवंत प्रस्तुतियां दीं। खरदूषण वध का पराक्रम, सीता हरण की वेदना, जटायु मोक्ष का बलिदान, शबरी प्रसंग की अद्वितीय भक्ति, और राम–सुग्रीव मित्रता का हृदयस्पर्शी प्रसंग इन सभी मंचनों ने दर्शकों की भावनाओं को झकझोर दिया। “जय श्रीराम” के गगनभेदी नारों और तालियों की गड़गड़ाहट ने बार-बार कलाकारों को रोककर दर्शकों के प्रेम का आशीर्वाद स्वीकार करने पर विवश कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान मेंथा कारोबारी अरविंद नंदा, समाजसेवी संजीव अग्रवाल और प्रॉपर्टी डीलर सुमित अग्रवाल को समिति की ओर से शॉल, पुष्पगुच्छ और मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष विष्णु शरण अग्रवाल समेत नगर के अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को और बढ़ा दिया।
बारहवें दिन का यह अध्याय केवल रामकथा का मंचन नहीं था, बल्कि पूरे नगर के लिए आध्यात्मिक उत्सव बन गया। इसने न केवल भक्ति और आस्था को गहराई तक उतारा बल्कि आने वाले दिनों की उत्सुकता भी कई गुना बढ़ा दी।
सच तो यह है कि श्रीरामलीला महोत्सव अब केवल धार्मिक परंपरा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि रामपुर की सांस्कृतिक धरोहर और सामूहिक आस्था का प्रतीक बन चुका है। इसकी स्मृतियां हर दर्शक के दिल में लंबे समय तक गूंजती रहेंगी।इस मौके पर अध्यक्ष विष्णु शरण अग्रवाल, महामंत्री वीरेंद्र कुमार गर्ग, सह अध्यक्ष सुनील कुमार गोयल सोनी ताऊ, सुभाष चन्द्र अग्रवाल ठेकेदार , ईश्वर सरन अग्रवाल, विनोद कुमार गुप्ता ठेकेदार, वेद प्रकाश वर्मा, अरविन्द कुमार अग्रवाल,  मनोज कुमार अग्रवाल, निर्भय कुमार गर्ग, कमलेश कुमार अग्रवाल (एड.), डॉ. अजय कुमार अग्रवाल,  अरुण कुमार अग्रवाल, राम प्रताप सर्राफ, अनिल कुमार चौरसिया , राजीव सरन गर्ग, विनीत कुमार अग्रवाल, शान्ति शरण राठौड़, हरिओम गुप्ता, मनोज कुमार अग्रवाल, श्रीराम अग्रवाल, रविन्द्र कुमार मिश्रा, संजय अग्रवाल, डॉ. सुमित कुमार गोयल आदि मौजूद रहे।

WhatsApp Image 2025-09-27 at 3.29.24 PM (1)
सूर्पनखा की नाक काटते लक्ष्मण। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

यह भी पढ़ेंः-

Rampur News: शक्ति दरबार में मां कात्यायनी की पूजा, गूंजे मंत्र और छंदों से किया मां का गुणगान

Advertisment

Rampur News: सींगनखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय में मनाया मां-बेटी मेला, विज्ञान-गणित की जटिलताएं सुलझाईं, बच्चे पुरस्कृत

Rampur News: भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो

Rampur News: रालोद ने चलाया सदस्यता अभियान, नौगांवा में दर्जनों लोग पार्टी से जुड़े

Advertisment
Advertisment