/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/15/00-2025-07-15-12-59-36.jpeg)
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते वकील अहमद एडवोकेद। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। टांडा नगर में लाल निशान लगाए जाने के बाद करीब एक हजार दुकानों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडराते ही व्यापारियों में आक्रोश पनप रहा है। व्यापार मंच ने सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर जहां दुकानें टूटने से रोकने की मांग उठाई वहीं मंगलवार को सुबह व्यापार मंच और अपना दल एस के नेता वकील अहमद एडवोकेट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल विधायक शफीक अंसारी के साथ लखनऊ रवाना हुआ है। यह प्रतिनिधि मंडल मंत्री आशीष पटेल से मिलकर दुकानदारों को राहत दिलाने की मांग करेगा।
टांडा नगर में बादली से लेकर मंडी समिति तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है। इसको लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने अतिक्रमण हटाने के लिए सूचना जारी की है। इसके लिए प्रशासन की टीम दुकानों पर निशान लगा रही है। नौ से लेकर 14 मीटर तक दुकानों को तोड़ने के लिए निशान लगाए गए हैं। लेकिन व्यापारी लाल निशान लगाने में पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि टीम मनमानी कर रही है। निशान गलत लगाए जा रहे हैं। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (अपमा दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष) तक मामला पहुंच चुका है। कल व्यापार मंच के नेता और अपना दल एस के प्रदेश महासचिव मोहम्मद वकील एडवोकेट ने जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह से भी मुलाकात की और दुकानें न तोड़ने का अनुरोध किया। कहा कि पहले से ही जब बाईपास बनाया जा रहा है तो सड़को इतना चौड़ा करने की जरूरत नहीं है। इससे दुकानें टूटीं तो बहुत से लोग बेरोजगार हो जाएंगे। अब एक शिष्ट मंडल मंगलवार की सुबह लखनऊ रवाना हुआ है। मोहम्मद वकील एडवोकेट के नेतृत्व में विधायक शफीक अंसारी, आशीष कुमार वर्मा, अहमद नवी सैफी, मोहम्मद असजद, हाजी मुशर्रफ, सलीम असगर, शरीफ जमील, शरीफ अंसारी, ठेकेदार हाजी शकील आदि मंत्री आशीष पटेल के साथ मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से मुलाकात कर दुकानें टूटने से रोकने की गुहार करेंगे।
जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
मोहम्मद वकील एटवोकेट के नेतृत्व में तमाम व्यापारी नेताओं ने एक ज्ञापन डीएम जोगिंदर सिंह को सौंपा जिसमें टांडा में अतिक्रमण हटाओ अभियान स्थगित करने की मांग की। इस दौरान व्यापारियों ने बताया कि दुकानें टूटेंगी तो बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इससे लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। व्यापारियों ने जिलाधिकारी से इस संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार करने की मांग उठाई।
दुकानें तोड़ने का फैसला कहां तक उचित
टांडा नगर में अतिक्रमण के नाम पर दुकानें तोड़ने का फैसला कहां तक उचित है। अगर लोक निर्माण विभाग टांडा नगर में बाईपास मंजूर कर चुका है तो नगर के बीच में इतनी बड़ी संख्या में अतिक्रमण हटाने का फैसला क्यों ले रहा है। ऐसा करने से कई बड़े नुकसान आम नागिरकों को होंगे। इससे करीब एक हजार परिवार सीधे प्रभावित होंगे। कई तो ऐसे परिवार हैं जोकि दुकानें टूटने से बेरोजागर हो जाएंगे। कई के घर भी खत्म हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में दुकानदार और उनके परिवार मुख्यमंत्री और मंत्री से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
नगर में 10 मीटर चौड़ी है मुरादाबाद-बाजपुर मार्ग
नगर में बाजपुर-मुरादाबाद मार्ग 10 मीटर चौड़ी है। सड़के दोनों साइड से इंटरलाकिंग टाइल्स करीब 3-3 मीटर तक लगी हुई हैं। दोनों ओर करीब एक-एक मीटर चौड़े नाले भी बने हुए हैं। फिर दुकानें और मकान बने हुए हैं। लोगों का कहना है कि किसी भी प्रकार अंदर की सड़क को दुकान मकान तोड़े बिना ही चौड़ा कर लिया जाए तो बेहतर है। इससे हजारों दुकानों और मकानों को नुकसान होने से रोका जा सकेगा।