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जिला कृषि अधिकारी Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। जिला कृषि अधिकारी कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि नीम कोटेड यूरिया के डायवर्जन को रोकने एवं टेक्निकल ग्रेड यूरिया अथवा नाइट्रोजोनिस कंपाउंड्स, डीईएफ यूरिया के स्थान पर अनुदानित नीम कोटेड यूरिया के प्रयोग को रोकने के लिए जनपदों में स्थापित विभिन्न औद्योगिक इकाईयों जैसे प्लाईवुड, पेंट वार्निश, प्रिटिंग कुक, वनीर शीट, डिश शॉप, अल्कोहल एवं डीईएफ यूरिया आदि, जिनके पदार्थों के निर्माण में टेक्निकल ग्रेड यूरिया अथवा नाइट्रोजोनिस कंपाउंड्स का प्रयोग होता है।
प्रतिष्ठानों पर कृषि विभाग एवं उद्योग विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सघन छापेमारी का अभियान चलाया गया। जिसमें जनपद के खोद में स्थित मोहम्मद रिहान, मोहम्मद तालिब एवं मडैयान उदयराज में स्थित हिमांशु सैनी, मोहम्मद रियासत एवं सरजीत के डीएएफ यूरिया के केन्द्रों तथा मैसर्स कन्हैया बूड प्रोडक्ट्स, बढ़पुरा शर्की, रूबी प्लाईवुड बिलासपुर रोड, एमएफ पैनल डोर कोयला का निरीक्षण करते हुए डीईएफ यूरिया के 5 एवं टेक्निकल ग्रेड यूरिया का 1 नमूना ग्रहित किया। ग्रहित नमूनों को नीम आयल की जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया।
जिला कृषि अधिकारी ने जनपद के समस्त औद्योगिक इकाईयों एवं डीईएफ केन्द्रों को निर्देशित किया कि अपने पदार्थों के निर्माण/केन्द्रों में अनुदानित नीम कोटेड यूरिया का प्रयोग कदापि न करें, अन्यथा सम्बन्धित दोषी के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अंतर्गत कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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