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पंचायत में नारेबाजी करते किसान। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर-बिलासपुर, वाईबीएन नेटवर्क। राजपुर में किसान आंदोलन का गढ़ बन गया। गुच्छन खान चेयरमैन के निवास पर सैकड़ों किसानों का सैलाब उमड़ा और भारतीय किसान यूनियन (भानू) के बैनर तले हुंकार भरी।
एक ही स्वर गूंजा नहर कब्ज़ा मुक्त करो, वरना होगा भीषण आंदोलन। जिला अध्यक्ष मोहम्मद सलीम वारसी ने मंच से कहा भूमाफिया और दबंग लोग नहर का गला घोंट रहे हैं, अधिकारी सत्ता के दबाव में किसान विरोधी काम कर रहे हैं। किसान खून-पसीना बहाकर अन्न पैदा करता है, जिसे मंत्री-अधिकारी खाते हैं। अगर नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचा तो बिलासपुर में ऐसा आंदोलन होगा कि विभाग की नींद उड़ जाएगी। किसानों ने आरोप लगाया कि नहर विभाग के अधिकारी फर्जी रिपोर्ट बनाकर शासन को गुमराह कर रहे हैं। कब्जाधारियों की मदद से किसानों को पानी से वंचित किया जा रहा है। किसान बोले- डीजल, खाद, दवा सब महंगा हो गया है। अब अगर पानी भी रोक दिया गया तो किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा। यह सीधा-सीधा किसान विरोध है। पंचायत में गरजते किसानों ने साफ ऐलान कर दिया अगर नहर शुरू से आखिर तक कब्ज़ा मुक्त कर पानी टेल तक नहीं पहुंचाया गया, तो सहायक अभियंता नहर खंड बिलासपुर का कार्यालय किसानों के हज़ारों झंडों से घिर जाएगा और धरना-प्रदर्शन की ज्वाला उठेगी।
सभा में गुच्छ्न खान, मोहम्मद अहमद, प्रधान असलम खान, सादिक अहमद, सोनू, जयपाल सिंह, रामवीर सिंह,शुऐब खान तसलीम खान खालिद खान जुबैर खान महबूब हसन राजीव इरफान खान बीर अब्दुल हमीद शरीफ सराफत खान विजय सिंह मोहम्मद अली रिहान रिजवान अली आरिफ समेत भारी संख्या में किसानों ने भाग लिया और कसम खाई कि अब किसान विरोधियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी। किसानों का यह बिगुल सत्ता, प्रशासन और विभाग को खुली चुनौती है किसान इस देश का मालिक है और रहेगा। अगर हमारी आवाज़ नहीं सुनी गई तो सड़कों से लेकर शासन के दरबार तक हलचल मचा देंगे।
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