Advertisment

Rampur News: मृतकों के बीमा करने में पीएनबी खरसौल शाखा प्रबंधक और मंडल कार्यालय के कई अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

रामपुर जनपद की शाहबाद तहसील के खरसौल पंजाब नेशनल बैंक शाखा के प्रबंधक और मंडल कार्यालय के कई अधिकारियों समेत आठ लोगों के खिलाफ मृतकों के बीमा करने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। मृतकों के बीमा करने का मामला बहुत दिनों से चर्चा में था।

author-image
Akhilesh Sharma
एडिट
रामपुर

पंजाब नेशनल बैंक खरसौल शाखा। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। पंजाब नेशनल बैंक की खरसौल शाखा में मृतकों को जीवित दिखाकर बीमा करके लाखों रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। इस मामले में बैंक शाखा प्रबंधक समेत मंडल कार्यालय के कई अधिकारियों, बैंक मित्र और जांच अधिकारियों समेत आठ लोगों के खिलाफ कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज की है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद खलबली मची हुई है। मामले की शिकायत संभल निवासी विकास सिंह ने अपर पुलिस महानिदेशक, बरेली जोन से की थी। आरोप है कि इस संगठित गिरोह ने कई मृतक खाताधारकों के नाम पर बीमा करवाकर करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया है। इस संबंध में उन्होंने मृतकों के नाम और उनके बीमा किए जाने के साक्ष्यों के साथ शिकायत की थी जोकि जांच में सही पाई गई। एडीजी बरेली के आदेश पर संभल जनपद के थाना कुढ़ फतेहगढ़ में यह रिपोर्ट दर्ज की गई है।
आरोप है कि बैंक मित्र मृतकों की जानकारी निकालते और उनके परिजनों को लालच देकर दस्तावेज हासिल करते थे। इसके बाद फर्जी बीमा पॉलिसी जारी करते थे। मृतकों को जीवित दिखाकर उनके नाम पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में बीमा कराया जाता था। क्लेम के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। बीमा कराने के कुछ समय बाद मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर एलआईसी पोर्टल पर क्लेम फाइल किया जाता था। ओटीपी के जरिए फ्रॉड किया जा रहा था। एलआईसी पोर्टल की यूजर आईडी और पासवर्ड से मृत्युदावा अपलोड किया जाता था। ओटीपी बैंक कर्मी बैंक मित्रों को दे देते थे। क्लेम की राशि नॉमिनी के खाते में आते ही यूपीआई और अन्य तरीकों से रकम निकाली जाती और सभी लोग आपस में बांट लिया जाता था।

यह लोग घोटाले में शामिल जिनपर रिपोर्ट दर्ज की गई है

बैंक कर्मी और अधिकारी भी शामिल इस घोटाले में पीएनबी खरसौल शाखा प्रबंधक निखिल कुमार, बैंक मित्र, और पीएनबी मंडल कार्यालय मुरादाबाद के कर्मचारी अभिनव कुकरेती, मीनाक्षी सेठी, दीपांश सक्सेना और मनोज अग्रवाल की संलिप्तता सामने आई है।

शिकायतकर्ता के कागज उठाकर फेंक दिए थे

विकास सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने मंडल कार्यालय मुरादाबाद में दस्तावेज सौंपे, तो अधिकारियों ने एफआईआर के पेपर उठाकर फेंक दिए और साफ कहा – "हमें पहले से सब पता है, हम खुद यह फर्जीवाड़ा कराते हैं। तुमसे जो हो सके कर लो।"

यह बैंक खाते से हुआ बीमा का खेल

Advertisment
प्रेमपाल (खाता संख्या: 1119000100115918) - भूरी (खाता संख्या: 111900100177973) - सुखदेई (खाता संख्या: 1119000100097665) - कांतिया (खाता संख्या: 1119000100105124)

प्रेमपाल की जनवरी में मौत हुई 11 महीने बाद कर ले लिया दो लाख का क्लेम

ग्राम रायपुर, पोस्ट खरसौल, तहसील शाहाबाद, थाना सेफनी, जनपद रामपुर के निवासी प्रेमपाल की 23 जनवरी 2022 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। बावजूद इसके 11 महीने बाद यानी 16 दिसंबर 2022 को बैंक मैनेजर और उसके साथियों ने उसे जिंदा दिखाकर बीमा कराया और 2 लाख रुपये का क्लेम निकाला। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने जुलाई 2024 में पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे पहले थाना सेफनी में मुकदमा संख्या 0086/2024 में निखिल कुमार और अभिनव कुकरेती नामजद हैं, लेकिन गिरोह के खिलाफ अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। इस बीच दूसरी रिपोर्ट 15 जून को कुढ़ फतेहगढ़ थाने में दर्ज कर ली गई है।
यह भी पढ़ेंः-
Advertisment
Advertisment
Advertisment