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कोर्ट में गवाही देने जाते शहर विधायक आकाश सक्सेना। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। लोकसभा चुनाव के दौरान सपा नेता आजम खां द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण के मामले में सुनवाई तेज हो गई है। शहर विधायक आकाश सक्सेना ने इस प्रकरण में गवाही दी है। उन्होंने कोर्ट में कहा है कि सपा नेता आजम खां ने भड़काऊ भाषण देकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन अधिकारियों को अपमानित किया था।
- शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कोर्ट में दी गवाही, 2019 में टांडा में दर्ज हुआ था मुकदमा
मामला टांडा थानाक्षेत्र का है। 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खां सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी थे। चुनाव प्रचार के दौरान आजम खां टांडा जीआईसी में जनसभा को संबोधित किया था। आरोप है कि भाषण में आजम खां ने कहा था कि संवैधानिक कुर्सियों पर बैठे हुए लोग मुजरिम हैं। एक दिन के सजायाफ्ता कल्याण सिंह को गर्वनर बना दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुसलमानों का कातिल और धर्म का ठेकेदार बताया। आजम खां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर भी अपशब्द बोले थे। तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ भी अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। इस मामले में तत्कालीन उड़नदस्ता प्रभारी पव न कुमार ने टांडा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। अब इस मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है।
वादी मुकदमा की गवाही के बाद मंगलवार को शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कोर्ट में गवाही दी। सहायक शासकीय अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने बताया कि आजम खां ने भड़काऊ भाषड़ में प्रयोग किए गए शब्दों के आधार पर टांडा थाने में प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें गवाही पूर्ण हो गई है।। अब इस मामले की अगली सुनवाई तीन अक्टूबर को होगी।
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