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रामपुर पहुंचे आजम खां। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन संवाददाता। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां 23 महीने बाद जमानत पर जेल से छूटकर अपने घर रामपुर पहुंच गए। उनका जोश और जज्बा पहले जैसा ही बरकरार है। कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पूरे काफिले के साथ वे रामपुर पहुंचे तो उनके आवास पर कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ था। फूलों की बारिश हुई और आजम खां के जिंदाबाद के नारे लगे।
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आजम खां की रिहाई मंगलवार को सुबह 7 बजे होनी थी। लेकिन किसी मामले में जुर्माना भरने से रह गया था। जुर्माना भरने की वजह से उनकी रिहाई दोपहर में हो सकी। आजम खां की रिहाई के दौरान सीतापुर में रामपुर से बड़ी संख्या में नेता गए थे। कार्यकर्ता भी सीतापुर पहुंच गए। रिहाई होते ही आजम खां का काफिला रामपुर के लिए चल दिया। रास्ते में शाहजहांपुर, बरेली में जोरदार स्वागत हुआ। दरअसल आजम खां को 73 मामलों में जमानत मिल गई थी। इसलिए रिहाई के परवाने जारी हो गए थे। आजम खां के बड़े बेटे अदीब आजम और अब्दुल्ला आजम रात में ही सीतापुर पहुंच गए थे। आजम का काफिला करीब साढ़े पांच बजे रामपुर पहुंचा तो आवास पर उमड़े कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और फूलों की बारिश की। आजम खां तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं, जैसे नारे भी लगे। आजम ने किसी को गले लगाया तो किसी के गालों पर हाथ फेरा, किसी न किसी पर अपना प्यार जताया। सबका अभिवादन किया।
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आजम खां के घर के बाहर भारी भीड़ की वजह से धक्का मुक्की का माहौल था। जैसे ही आजम अपनी गली में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। किसी ने मालाएं पहनाईं किसी ने गुलदस्ता भेंट किया। घर में खुशियां छा गईं। मेहमान पहले से ही स्वागत के लिए मौजूद थे। कार्यकर्ता देर रात तक आजम खां के आवास पर खड़े रहे। आजम खां भी कई बार बाहर निकले और सभी का अभिवादन किया। खास कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को घर के अंदर बुलाकर उनका हाल जाना।
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मिलक बार्डर पर इंस्पेक्टर को दी नसीहत, कार्यकर्ताओं की पुलिस से बहस
आजम खां का काफिला जैसे ही रामपुर जिले की सीमा में पहुंचा पुलिस ने काफिला रोकने की कोशिश की। लेकिन आजम खां ने ड्यूटी कर रहे इंस्पेक्टर और सीओ की नसीहत दी। वहीं कार्यकर्ताओं को काफिले में जाने से रोकने पर पुलिस से बहस हो गई। इसके बाद काफिला गंतव्य को रामपुर की ओर रवाना हो गया।
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आजम खां ने रामपुर में मीडिया से बनाई दूरी
आजम खां ने रामपुर में पहुंचते ही मीडिया से दूरी बना ली। उनके आवास पर जुटे मीडियाकर्मियों से कोई बात नहीं की। देर रात तक इलेक्ट्रानिक चैनल और यूट्यूब से जुड़े मीडिया वाले जुटे रहे। लेकिन आजम बाहर नहीं आए। एक बाहर बाहर आए भी तो उन्होंने किसी से कोई बात नहीं की।
आजम खां अपने पुराने अंदाज में नजर आए
सपा के कद्दावर नेता आजम खां दो बार में करीब चार साल तक जेल में रहे। पिछली बार तो कोरोना के चलते बीमार भी हुए। लेकिन इस बार भी 23 माह जेल में रहने के बाद आजम खां अपने पुराने अंदाज में नजर आए। काला चश्मा और जवाहरकट कुर्ता पायजामा में अपने पुराने अंदाज में बातचीत करते हुए दिखे। कई बार भावुक भी हुए। कार्यकर्ताओं से मिलकर अपनी भावुकता का प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता भी अधिकांश आजम खां को देखकर भावुक हो गए और फूटफूटकर रोने लगे।
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